नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी का प्रकोप देश में कब थमेगा यह कहना फिलहाल मुश्किल है. वैसे कोविड-19 (COVID-19) से संक्रमित मामले रोजाना तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना के चलते देश में जो मौजूदा हालात है उसके चलते ही लॉकडाउन (Lockdown) को 17 मई तक बढ़ाया गया है. लॉकडाउन के कारण देश को आर्थिक मोर्चे पर काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसी कड़ी में कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज करने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने नई पॉलिसी जारी की है.लेकिन इस नई डिस्चार्ज पॉलिसी के अनुसार अगर मरीज में कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिखाई पड़ता है तो उसे 10 दिनों के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि माइल्ड व मॉडरेट कोविड-19 मरीजों को बिना टेस्ट के ही डिस्चार्ज किया जाएगा.
बता दें कि इन मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने से पहले टेस्ट करने की की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि इन लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सलाह दी जाती है कि ये सात दिनों का आइसोलेशन में रहें और नियमों का पालन सही से करें. दूसरी तरफ बड़ी बीमारियों से पीड़ित कोरोना मरीजों को लेकर फैसला डॉक्टर्स उनकी मौजूदा हालात को देखते हुए लेंगे. यह भी पढ़े-कोरोना का कहर जारी: पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3320 नए पॉजिटिव केस, देश में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 59,662 हुआ, अब तक 1981 लोगों की मौत
ANI का ट्वीट-
Ministry of Health & Family Welfare (MoHFW) issues revised discharge policy for #COVID19 patients. pic.twitter.com/6GpWbnAFFB
— ANI (@ANI) May 9, 2020
उल्लेखनीय है कि भारत में पिछले 24 घंटे के भीतर कोविड-19 से संक्रमित 3 हजार 320 नए केस की पुष्टि हुई है और 95 मौतें हुई हैं. इन आंकड़ों के साथ ही कोरोना मरीजों की संख्या 59 हजार 662 पहुंच गई है. देश में फिलहाल कोरोना के 39,834 सक्रिय मामले हैं. जबकि 17 हजार 847 लोग ठीक/ डिस्चार्ज होकर अस्पताल से घर चले गए हैं. जबकि इस खतरनाक वायरस के चलते अब तक 1,981 लोगों की जान गई है.