नई दिल्ली: देश को कोरोना वायरस महामारी का कहर जारी है. शुक्रवार सुबह कोविड-19 मरीजों का आंकड़ा 1.18 लाख के पार पहुंच गया. जबकि 3583 संक्रमितों की मौत हुई है. वहीं, इलाज के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 48 हजार 533 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. बीते एक दिन में 6088 लोग कोरोना वायरस महामारी की चपेट में आए हैं, जबकि 148 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है. यहां क्लिक कर जानें अपने राज्य का हाल
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक कोविड-19 के देश में 1 लाख 18 हजार 447 मामले सामने आ चुके है. अभी कुल 66 हजार 330 सक्रिय मामले हैं. इन सबका सक्रिय चिकित्सकीय देखभाल में इलाज चल रहा है. अब तक कुल 48533 मरीज ठीक हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 की बड़ी संख्या में मरीज स्वास्थ्य हुए हैं. कोविड-19 के रोगियों के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने की दर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गुरुवार को यह 40.32 प्रतिशत पर पहुंच गई है. जो दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बहुत अच्छी है. कोरोना संकट के बीच RBI गवर्नर शक्तिकांत दास आज सुबह 10 बजे करेंगे प्रेस ब्रीफिंग, कर सकते हैं बड़े ऐलान
Spike of 6088 #COVID19 cases and 148 deaths in last 24 hours. https://t.co/r9eSU77JqF
— ANI (@ANI) May 22, 2020
ताजा आकड़ों के अनुसार, वर्तमान में महाराष्ट्र जानलेवा वायरस की जद में सबसे जादा है. यहां 41 हजार 642 लोग कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 11 हजार 726 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है. 1454 लोग घातक वायरस से मारे गए है. वहीं, अंडमान एवं निकोबार दीप समूह और अरुणाचल प्रदेश व मिजोरम देश मे कोरोना मुक्त राज्य बने हुए हैं. कोरोना वायरस के जाल में फंसती जा रही है मुंबई, COVID-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 25 हजार के पार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह सलाह दी है कि कोविड-19 के लिए उचित व्यावहारिक सतर्कता पर सामाजिक जागरूकता इस बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है. व्यक्तिगत साफ-सफाई, हाथों की सफाई, सांस लेने के दौरान छींक आने पर बरती जाने वाली सावधानियों और पर्यावरण की सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है. सार्वजनिक जगहों पर चेहरा ढकने के लिए फेस कवर और मास्क का इस्तेमाल और एक दूसरे से दूरी बनाए रखने की सतर्कता का पालन करना चाहिए. भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए. उच्च जोखिम वाले लोगों को घर पर ही रहना चाहिए. अति आवश्यक होने या फिर इलाज कराने के उद्देश्य से ही उन्हें घर से बाहर के लिए निकलना चाहिए. इससे महामरी के संक्रमण के चैन को तोड़ा जा सकता है.