नई दिल्ली:- कोरोना वायरस की महामारी से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है. कोरोना वायरस के प्रकोप से दुनिया के विकसित देश भी जूझ रहे हैं. अमेरिका जैसे देश में कोरोना के मरीजों की संख्या लाखों के पार है और रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग मर रहे हैं. ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए भारत ने कई महत्वपूर्ण समय से पहले ले लिया था. इसमें एक था लॉकडाउन लगाना. भारत इस समय कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन में हैं और सभी अपने घरों में कैद हैं. भारत के साथ ही दुनिया भर के देशों में सामाजिक दूरी जैसे नियमों को अपनाया जा रहा है. ऐसी परिस्थिति में अधिकतर कंपनियां घर में रहकर काम करने का निर्णय ले चुकी हैं. यही कारण है कोरोना वायरस भारत में खौफनाक खेल नहीं खेल पाया. लॉकडाउन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में सही समय पर यह फैसला लिया गया था.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अन्य विकसित देशों ने इस निर्णय को लेने के लिए कई दिन बर्बाद कर दिए. जिसका परिणाम यह हुआ कि कुछ देशों में जब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि यदि लॉकडाउन से पहले भारत में दोहरीकरण दर 3.4 दिनों के बीच थी, तो आज दोहरीकरण दर 13 दिनों से अधिक है। लॉकडाउन और इसके सभी दिशानिर्देशों ने शक्तिशाली सामाजिक वैक्सीन के रूप में काम किया है.
ANI का ट्वीट:-
If doubling rate in India before lockdown was between 3.4 days, today the doubling rate is more than 13-days. Lockdown and all its guidelines have acted as potent social vaccine: Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan #COVID19 https://t.co/gOvJ0TVbKw
— ANI (@ANI) May 24, 2020
क्या कहता है दुनिया का आंकड़ा
दुनियाभर में करोना मरीजों की संख्या 52 लाख के पार पहुंच चुका है. यह आंकड़ा शनिवार को जारी हुआ था. वहीं, महामारी की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या 3 लाख 38 हजार से अधिक हो गई है. कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका में कुल 95 हजार 972 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 16 लाख 782 मामले दर्ज किए गए हैं. अन्य देशों की सूची में कोविड-19 संक्रमण के 3 लाख 30 हजार 890 मामलों के साथ ब्राजील ने रूस को पछाड़कर दूसरा स्थान प्राप्त कर लिया है. रूस में अब तक 3 लाख 26 हजार 448 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर है.
वहीं भारत में में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1,31,868 हो गई है. इनमें से 73,560 केस एक्टिव हैं. वहीं कोरोना वायरस की वजह से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 3,867 हो गई है. हालांकि, राहत की बात यह है कि अबतक 54,440 मरीज उपचार के बाद ठीक भी हुए हैं.