Coronavirus Lockdown: दुनिया भर में कोरोनो वायरस (Coronavirus) से मचे कोहराम से अब भारत भी अछूता नहीं रहा, लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद देश में कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप (Coronavirus Outbreak) को रोकने के मकसद से केंद्र सरकार ने 21 दिवसीय देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया है और आज पंद्रहवां दिन है. लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों में बंद हो गए हैं, जिसका असर जानवरों पर भी देखा जा रहा है. लॉकडाउन के चलते जानवरों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है और खाने की तलाश में जानवर रिहायशी इलाकों की ओर रूख कर रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में लॉकडाउन के चलते शहरी इलाके के बंदरों को खाना नहीं मिल रहा है और यहां के बंदरों ने भोजन की तलाश में ग्रामीण इलाकों और जंगलों की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह से बंदरों के पलायन से ग्रामीण इलाकों में बंदरों के आतंक का खतरा पैदा हो सकता है.
देखें ट्वीट
Crops are being damaged by monkeys in vegetable growing areas. For last 3 yrs, monkeys have been declared a vermin in 92 tehsils. We've demanded that it should be done in entire state. Govt can make feeding centers for them on humanitarian grounds: President, Himachal Kisan Sabha pic.twitter.com/xq8BRlHNA4
— ANI (@ANI) April 8, 2020
वहीं ग्रामीण इलाको में स्थित खेतों में बंदरों के उत्पाद की खबर है. बताया जा रहा है कि सब्जी उगाने वाले क्षेत्रों में बंदर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हिमाचल किसान सभा के प्रेसिडेंट का कहना है कि तीन सालों के लिए राज्य के 92 तहसीलों में बंदरों को अपराधी (वर्मिन) घोषित किया गया है. लॉकडाउन के बीच मानवीय आधार पर सरकार द्वारा इन बंदरों के लिए भोजन केंद्र की व्यवस्था करनी चाहिए. यह भी पढ़ें: Coronavirus Impact: थाइलैंड की सड़कों पर उतरा बंदरों का हुजूम, खाने के लिए आपस में लड़ते दिखे (Watch Viral Video)
गौरतलब है कि सिर्फ हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लॉकडाउन होने की वजह से बेजुबान जानवरों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में ये भूखे जानवर भोजन की तलाश में रिहायशी इलाको की ओर पलायन करने लगे हैं.