कोरोना का कहर: राजधानी दिल्ली में 6 महीने में 22.86 फीसद लोग प्रभावित, 77 फीसदी आबादी अभी असुरक्षित है
कोरोना वायरस (Photo Credits: PTI/File)

कोरोना वायरस का नाम ही अब दुनियाभर के लिए आतंक का पर्याय बन चुका है. भारत में अब तक कोरोना वायरस के कुल 11,55,191 मरीज हो गए है और 28,084 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है. वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप पर जानकारी देते हुए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के डायरेक्टर डॉक्टर सुजीत कुमार सिंह ने कहा कि दिल्ली की 77 प्रतिशत आबादी अभी असुरक्षित है. इनमे संक्रमण होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इसमें बुजुर्गों की बड़ी आबादी है. इन्हें सवाधानी बरतने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सामुदायिक संक्रमण का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे कराया गया. इसके मुताबिक राजधानी दिल्ली में 22.86 फीसदी आबादी इस वायरस की चपेट में आ चुकी है.

डॉ. सुजीत कुमार सिंह ने बताया कि 11 में से 8 जिलों में 20% से अधिक सीरो-प्रचलन है। मध्य, उत्तर-पूर्व, उत्तर और शाहदरा जिलों में लगभग 27% का सीरो-प्रचलन है. उन्होंने कहा कि एक हद के बाद इस वायरस का संक्रमण कम होता जाता है. उन्होंने कहा कि फिलहाल वायरस के प्रसार की संभावना से सीरो सर्वे को जोड़कर नहीं देखा जा सकता है.

ANI का ट्वीट:-

गौरतलब हो कि अगर दिल्ली की मौजूदा हालत पर नजर डालें तो एक जून के बाद सोमवार को यह पहला मौका था जब 24 घंटे में 1,000 से कम नए मामले सामने आए. पिछले नौ दिनों से नए मामलों की संख्या 1,000-2,000 के बीच रही है. दिल्ली में 23 जून को सबसे अधिक 3,947 नए मामले सामने आए थे. वहीं, एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने सोमवार को कहा कि रोजाना संक्रमण के घटते मामलों के मद्देनजर लगता है कि दिल्ली कोविड-19 के शीर्ष स्तर को छू चुकी है. हालांकि, उन्होंने महामारी से निपटने के प्रयासों में किसी भी तरह की ढिलाई को लेकर आगाह किया है.