COVID-19 Vaccine: कोरोना वैक्सीन पर दोनों कंपनियों का विवाद हुआ खत्म, सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक  की तरफ से जारी हुआ साझा बयान
अदार पूनावाला व कृष्णा इल्ला (Photo Credits: Twitter/ANI)

मुंबई: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के टीके के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोरोनावायरस वैक्सीन 'कोविशिल्ड' और भारत बायोटेक के वैक्सीन को डीसीजीआई (Drugs Controller General of India) द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ही लोगों को टीका दी जायगी. इस बीच दोनों कंपनियों के बीच जो वैक्सीन को लेकर टकराव शुरू हुआ था. आज दोनों कंपनियों की तरफ से एक साझा बयान जारी करते हुए साथ काम करते हुए लोगों की जान बचाने की बात कही गई हैं. इससे पहले भारत बायोटेक ने सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट पर परीक्षणों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) का एमडी कृष्णा इल्ला (Dr Krishna Ella) ने मंगलवार को ज्वाइंट स्टेमेंट जारी करते हुए कहा कि आज दुनिया को फिर से पटरी पर लाने के लिए अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए और लोगों की जान बचाने के लिए वैक्सीन की जरूरत है. यह दोनों कंपनियां यह सुनिश्चित करती हैं कि सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन लोगों तक पहुंचाई जा सके. जिसके लिए सप्लाई और डिस्ट्रीब्यूशन उच्च गुणवत्ता से करने की तैयारी की जा रही है.  यह भी पढ़े: DCGI के निदेशक वीजी सोमानी का दावा, Covaxin और Covishield वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित, नपुंसक होने की बातों को बताया बकवास

बता दें कि कोरोना महामारी के लिए बनी वैक्सीन का रविवार को ड्राई रन के बाद दोनों कपनियों को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया  ने टीका के लिए मंजूरी दे दी. डीसीजीआई से मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही लोगों को कोरोना वायरस का टीका दिया जाएगा. हालांकि यह और बात है कि कोरोना वैक्सीन के टीके के लिए डीसीजीआई से हरी झंडी मिलने के बाद भारत में बयान बाजी शुरू है कि इसका टीका सबे पहले कौन लगवाएगा. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सबसे पहले लोगों के अन्दर भरोसा पैदा करने के लिए पीएम मोदी समेत बीजेपी के नेताओं को इसका टीका लगवाना चाहिए.