नयी दिल्ली, 16 जून : कांग्रेस (Congress) ने बुधवार को ऑडियो एवं वीडियो क्लिप जारी कर आरोप लगाया कि राजस्थान (Rajasthan) में भाजपा एवं आरएसएस से जुड़े कुछ पदाधिकारियों ने एक निजी कंपनी से करोड़ों रुपये के कमीशन की मांग की. पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह दावा भी किया कि भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने आने के बाद भाजपा एवं आरएसएस के लोग मंदिर और भगवान राम का नाम लेकर खुद को बचाने की कोशिश करते हैं तथा इस मामले में भी यही किया गया है. कांग्रेस ने जो ऑडियो एवं वीडियो जारी किए हैं, उनकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है. भाजपा और आरएसएस की तरफ से भी फिलहाल के कांग्रेस के इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा के नेताओं की, अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण में कथित भूमि खरीद में भ्रष्टाचार की परतें लगातार खुल रही हैं . इसी दौरान राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी एवं आरएसएस के कुछ ऑडियो एवं वीडियो सामने आए हैं .’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘इन ऑडियो एवं वीडियो में यह बात बड़े स्पष्ट तौर पर निकल कर सामने आती है कि कैसे संघ व भाजपा भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं, कैसे कंपनियों को बैठाया जाता है, उनसे मोलभाव किया जाता है, कमीशन मांगा जाता है. इन वीडियो में कहानी के पात्र एक निजी कंपनी के कर्मचारी हैं और दूसरा पात्र राजाराम हैं जो भाजपा की जयपुर की निलंबित मेयर सौम्या गुर्जर के पति हैं और वह स्वयं भी भाजपा के नेता हैं.’’ यह भी पढ़ें : LJP नेता चिराग पासवान ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी, कहा- पशुपति पारस को लोकसभा में एलजेपी का नेता घोषित करने का निर्णय हमारी पार्टी के संविधान के प्रावधान के विपरीत
खेड़ा ने आरोप लगाया, ‘‘यह सौदा आरएसएस के जयपुर कार्यालय में चल रहा था. वीडियो में दिख रहा है कि कुर्सी पर राजाराम जी बैठे हैं और दूसरी कुर्सी पर राजस्थान के आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम जी बैठे हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग भाजपा की सत्ता वाले जयपुर नगर निगम से निजी कंपनी को 305 करोड़ रुपये का बकाया दिलाने के एवज में करोड़ों रुपये का कमीशन मांग रहे थे. कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की है और अब सारी सच्चाई जांच में सामने आ जाएगी.