
Security at Airports Strengthened: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चौकसी बढ़ा दी गई है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने देश के सभी सिविल एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा को और मजबूत करने का बड़ा फैसला लिया है. अब CISF यानी सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स को कार्गो ऑपरेशंस और इन-लाइन होल्ड बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम (ILHBSS) की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है. 9 मई 2025 को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के महानिदेशक ने एक आधिकारिक ज्ञापन जारी करते हुए CISF की भूमिका को एयरपोर्ट्स पर और विस्तार देने का आदेश दिया है.
ये व्यवस्था अस्थायी तौर पर 9 मई से लेकर 18 मई 2025 तक के लिए लागू की गई है. इसका मकसद देश के सभी नागरिक हवाई अड्डों पर सुरक्षा के स्तर को और पुख्ता करना है.
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हवाई अड्डों की सुरक्षा मजबूत की गई
Security at Airports Strengthened: BCAS Extends @CISFHQrs Mandate to Cargo and Baggage Screening Operations.
In a significant decision to boost security across Indian civil airports, the Director General of the Bureau of Civil Aviation Security (BCAS) has issued an Official… pic.twitter.com/ZnfUrIabJp
— DD News (@DDNewslive) May 10, 2025
क्यों उठाया गया ये कदम?
दरअसल, हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने एयरपोर्ट्स समेत कई संवेदनशील स्थानों पर खतरे की आशंका जताई थी. इसे ध्यान में रखते हुए BCAS ने तुरंत प्रभाव से CISF को कार्गो और बैगेज स्क्रीनिंग जैसे अहम सेक्शन की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला लिया. अब तक CISF मुख्य रूप से पैसेंजर सिक्योरिटी और टर्मिनल बिल्डिंग की निगरानी का काम करती थी. लेकिन अब उसे एयर कार्गो यानी माल ढुलाई ऑपरेशंस और यात्रियों के सामान की स्क्रीनिंग व्यवस्था की निगरानी का काम भी दिया गया है.
इससे सुरक्षा व्यवस्था में कहीं ज्यादा मजबूती आएगी, क्योंकि CISF के पास आतंकवाद और सुरक्षा से निपटने का भरपूर अनुभव है.
एयरपोर्ट्स पर अलर्ट मोड
देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर सुरक्षा एजेंसियां अब हाई अलर्ट पर हैं. यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचें और सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें. CISF की अतिरिक्त तैनाती से यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.
सरकार का ये कदम मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य में बेहद जरूरी है. इससे देश के हवाई अड्डों की सुरक्षा और भी मजबूत होगी और आतंकी मंसूबों को समय रहते रोका जा सकेगा.