लखनऊ, 25 अगस्त : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के दूसरे चरण के लाभार्थियों को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन बांटे. इस योजना से राज्य की 20 लाख महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाएंगे. इस दौरान उन्होंने सरकारी आवास से वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से संवाद भी किया. उन्होंने कहा कि पहले गैस के लिए लाइन में लगे लोगों पर लाठियां बरसती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी की इस योजना ने लोगों को बहुत लाभ दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एक योजना ने एक ओर जहां हमारी माताओं-बहनों को चूल्हे के धुएं से आजादी दिलाकर उनकी सेहत का ख्याल रखा है तो दूसरी ओर ईंधन की व्यवस्था करने की दुश्वारी, बरसात के महीनों में गीली लकड़ी की समस्या और रसोईघर में घंटों रहने की मजबूरी से भी निजात दिलाई है.
योगी ने कहा कि 2014 से पहले इसी देश में एक अदद सिलेंडर लेने के लिए रात 12 बजे से कतारें लगती थीं. सिलेंडर मिले या न मिले, पर विरोध किया तो लाठियां जरूर बरसती थीं. आज घर बैठे मुफ्त कनेक्शन मिल रहा है. यह होता है बदलाव.उन्होंने कहा कि यह योजना महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण है, महिलाएं ही परिवार का भोजन बनाने के लिए हमेशा से चिंतित रही हैं और सरकार ने इन महिलाओं की चिंता करते हुए उन्हें मुफ्त में रसोई गैस के कनेक्शन वितरित करने का निर्णय लिया है . लकड़ी और कोयले पर खाना बनाने को मजबूर हुई महिलाओं के सामने अब एक बेहतर विकल्प है. इस योजना के दूसरे चरण में देश में एक करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है. यह भी पढ़ें : Punjab: सिद्धू के सलाहकार खड़ा कर रहे बवाल, अब कैप्टन अमरिंदर और उनके सहयोगियों को बताया- अली बाबा, 40 चोर
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन देखे की कम्पनी/एजेंसी का एक प्रतिनिधि लोगों को प्रशिक्षण जरूर दें. चूल्हा-सिलेंडर के बीच की दूरी, सिलेंडर लीकेज की सावधानी. सोनभद्र, बांदा, महोबा, चित्रकूट, रायबरेली, हरदोई, बदायूं, अमेठी, फतेहपुर एवं फरुर्खाबाद जिलों की लाभार्थी महिलाओं से वर्चुअली बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की गृहिणी महिलाओं के सरल जीवन को सुनिश्चित करने वाली उज्जवला योजना के पहले चरण की शुरूआत बलिया से हुई थी, तो दूसरे चरण के शुभारंभ के लिए भी प्रधानमंत्री ने यूपी के महोबा को चुना. 'प्रधानमंत्री उज्जवला योजना 2.0' के तहत अब न केवल मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन मिल रहा है, बल्कि साथ में पहला रिफिल गैस सिलेंडर भी नि:शुल्क दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री उज्जवला योजना'' समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी महिलाओं के जीवन में व्यापक परिवर्तन कर उन्हें धुएं से होने वाली बीमारियों से मुक्ति दिलाने का माध्यम बनी है. प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उज्जवला योजना 1.0 के अंतर्गत मातृशक्ति को 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं.
उज्जवला 2.0 के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन और रिफिल सिलेंडर पाने वाली 10 जिलों की महिलाओं ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री से अपनी दुश्वारियों की कहानी भी साझा की. हरदोई की रेखा देवी हों या फरुर्खाबाद की शबाना और रजनी, सबका यही कहना था कि एलपीजी कनेक्शन के अभाव में चूल्हा फूंकना किस्मत बन गई थी. 5 सदस्यों के लिए हर दिन भोजन बनाने वाली अमेठी की गीता ने बताया कि रसोई गैस कनेक्शन मिलना, जिंदगी बदलने से कम नहीं. बांदा की साफिया, सोनभद्र की रानी और रायबरेली की राजकुमारी देवी ने बरसात के दिनों में गीली लकड़ियों से होने वाली मुसीबत की कहानी मुख्यमंत्री को सुनाई. योजना के पहले चरण में देश के आठ करोड़ से अधिक परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं. प्रदेश में 1.47 करोड़ परिवार लाभान्वित हुए हैं. यह संख्या देश में सर्वाधिक है. अब इसके दूसरे चरण में प्रदेश में 20 लाख रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है.