रायपुर, 27 फरवरी: देश के कई हिस्सों में अब भी लोगों को स्वच्छ जल के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर जिले (Balrampur District) से सामने आया है. ANI न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, 'बलरामपुर जिले के कुंदरू गांव में पानी की कमी की वजह से लोगों को बहते नाले का गंदा पानी पीना पड़ रहा है. वहीं इस मामले में जिला पंचायत सीइओ (CEO) का कहना है कि, 'इस क्षेत्र में पेयजल के लिए कुंआ ज्यादा ठीक है. लोग कुंआ चाहते हैं तो जिला स्तरीय टीम भेजकर उन्हें इसके लिए स्वीकृति दी जाएगी.'
बता दें इससे पहले भी बलरामपुर जिले के अन्य गावों में पीने के पानी की भारी किल्लत सामने आई थी. खबर के मुताबिक बीते साल बलरामपुर जिले के ही सुरसा गांव में स्वच्छ जल की भारी किल्लत सामने आई थी. गांव के निवासियों का कहना था कि वे पीने के पानी, नहाने, बर्तन साफ करने, कपड़े धोने, खाना पकाने के लिए एक ही पानी का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि यहां ना तो कोई कुआ हैं और न ही कोई तालाब.
छत्तीसगढ़: बलरामपुर ज़िले के कुंदरू गांव में पानी की कमी की वजह से लोगों को बहते नाले का गंदा पानी पीना पड़ रहा है।
ज़िला पंचायत CEO ने कहा, "क्षेत्र में पेयजल के लिए कुंआ ज्यादा ठीक है। लोग कुंआ चाहते हैं तो ज़िला स्तरीय टीम भेजकर उन्हें इसके लिए स्वीकृति दी जाएगी।" (26.2) pic.twitter.com/4tpx4RMwvi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 27, 2021
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वहीं इस मामले के सामने आने के बाद लोगों की मुसीबत पर राज्य के वड्राफर नगर के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने कहा कि जल्द ही सुरसा गांव में हैंडपंप की व्यवस्था की जाएगी.