रायबरेली : उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो की टीम ने रायबरेली पहुंच कर जांच में पाया कि पीड़िता की कार से टकराने वाला ट्रक 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल रहा था, वहीं स्विफ्ट डिजायर कार 100 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा की रफ्तार से चल रही थी. दुर्घटना में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी और पीड़िता तथा उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
दोनों वाहनों की रफ्तार तेज होने के कारण टक्कर और ज्यादा जोरदार हुई और ट्रक का चेचिस तक टूट गया. सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि ट्रक गलत दिशा में पाया गया. उन्होंने कहा, "यह जानबूझ कर भी हो सकता है या हो सकता है कि भारी बारिश के कारण यह फिसल गया हो. हम अभी जांच कर रहे हैं."
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सीबीआई की 12 सदस्यीय टीम बुधवार को यहां पहुंची और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए तथा घटनास्थल के पास मौजूद दो दुकानदारों से बातचीत की. पुलिस अधीक्षक (एसपी) राघवेंद्र वत्स की अगुआई में केंद्रीय जांच टीम ने घटना के बाद मौके पर पहुंचने वाली फॉरेंसिक टीम से भी पूछताछ की.
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई अधिकारियों ने ट्रक ड्राइवर आशीष पाल और क्लीनर मोहन से भी पूछताछ की. आशीष पाल को अब फतेहपुर जेल भेज दिया गया है, वहीं मोहन को बांदा जेल भेजा गया है. ट्रक के मालिक से भी पूछताछ की गई.
सीबीआई ने सभी सबूत पुलिस और रविवार से दुर्घटना की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) से अपने कब्जे में ले लिए हैं. सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से भी एक या दो दिनों में पूछताछ की जा सकती है.