नई दिल्ली. नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर देश में विरोध शुरू है. इसे लेकर कई जगहों से विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आ रही हैं. बावजूद इसके केंद्र की मोदी सरकार ने इसे लागू कर दिया है. इसके साथ ही मंगलवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएए को लेकर बोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में नागरिकता कानून के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं. सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है. इसके साथ ही जिसको विरोध करना है करे इसे वापस नहीं लिया जाएगा. इसी कड़ी में बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में नागरिकता कानून के समर्थन और विरोध में 140 से अधिक याचिकाएं दायर की गई है.
सुप्रीम कोर्ट में दायर इन याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई होने जा रही है. चीफ जस्टिस बोबडे, जस्टिस अब्दुल नजीर, जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच इन याचिकाओं पर सुनवाई करने जा रही है. यह भी पढ़े-CAA Protest: बंगाल विधानसभा में सीएए के खिलाफ आएगा प्रस्ताव, ममता बनर्जी बोली-एनपीआर खतरनाक खेल का हिस्सा
ANI का ट्वीट-
Supreme Court to hear tomorrow, over 140 petitions challenging or supporting #CitizenshipAmendmentAct. A Bench of CJI, Justice S Abdul Nazeer & Justice Sanjiv Khanna will hear the pleas & Centre’s plea seeking transfer of petitions pending before HC relating to the issue, to SC. pic.twitter.com/NpdGUM1Mu7
— ANI (@ANI) January 21, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सीएए पर रोक लगाने से साफ मना कर दिया था. नागरिकता संशोधन कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून पर रोक लगाने से इनकार किया था.