नई दिल्ली. चुनाव आयोग ने 6 अक्टूबर को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. अब जीत के लिए अभी पार्टियां जीत के हर मुमकिन कोशिश में जुट गई हैं. हर को अपने वोटरों को लुभाने के हर संभव कोशिश करता है. लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान अक्सर ऐसी भी खबरें सामने आती हैं जहां पर वोटरों को शराब, पैसे और सामान बांटा जाता है. लेकिन अगर आपको ऐसा कुछ नजर आता है तो आप इस ऐप की मदद से नागरिक चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले नेताओं की शिकायत कर सकते हैं.
इस ऐप का नाम C-VIGIL है, जिसे नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव आयोग तैयार किया है. चुनावी आचार संहिता लागू हो जाने के बाद कोई भी नेता जनता को तोहफे नहीं दे सकता है. तो उस नेता को चुनाव के लिए अयोग्य भी घोषित किया जा सकता है. वहीं इस ऐप से अब आम जनता भी चुनाव आयोग तक उस नेता की शिकायत बड़ी आसानी से कर सकता है.
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कैसे काम करेगा यह ऐप?
इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद आपको अपने फोन नंबर या मेल आईडी की मदद से उसमें रजिस्टर करना होगा. अगर आप जिसकी शिकायत कर रहे हो उसका एक सबूत देना होगा, जैसे बांटते हुए तस्वीर या वीडियो. उस सबूत को आप एक ऐप को अपलोड कर दें. जिसके बाद आपको एक ग्रीवांस नंबर दिया जाएगा. इसकी मदद से आप स्टेटस का पता लगा सकते हैं. जिसके बाद उसकी जानकारी जिला के नियंत्रण कक्ष को दी जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.