
Madani Mosque Demolition: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के हाटा नगर पालिका क्षेत्र में मदनी मस्जिद के विवादित हिस्से पर शुक्रवार को प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया. प्रशासन का कहना है कि मस्जिद का एक हिस्सा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था, जिसके चलते इसे गिराने की कार्रवाई की गई. प्रशासन के अनुसार, मस्जिद कमेटी को तीन बार नोटिस देकर नक्शा और संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया था, लेकिन समय पर दस्तावेज न देने पर इसे अवैध निर्माण माना गया.
9 फरवरी को हाईकोर्ट का स्टे खत्म होते ही भारी पुलिस बल और पांच बुलडोजर के साथ यह कार्रवाई की गई.
मदनी मस्जिद पर चला बुलडोजर
कुशीनगर में मदीनी मस्जिद को बुलडोजर से तोड़ने की कार्रवाई, प्रशासन ने मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त किया, मस्जिद के पक्षकारों को तीन बार नोटिस जारी किया गया !!
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के नगर पालिका हाटा में मदीनी मस्जिद को लेकर छिड़े विवाद के बीच प्रशासन ने आज सख्त कदम… pic.twitter.com/qsE6wNQznN
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) February 9, 2025
कब शुरू हुआ था मस्जिद का निर्माण?
बताया जाता है कि 1999 में इस मस्जिद का निर्माण शुरू हुआ था और केवल दो मंजिल का नक्शा पास हुआ था. लेकिन बाद में नियमों का उल्लंघन करते हुए इसे चार मंजिला बना दिया गया, जिससे विवाद खड़ा हो गया.
हिंदूवादी संगठन की शिकायतें
स्थानीय हिंदूवादी नेता राम बच्चन सिंह ने कई बार इस अवैध निर्माण की शिकायत की थी, लेकिन पहले की सरकारों ने कोई सख्त कदम नहीं उठाया. 2017 में योगी सरकार बनने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई थी, लेकिन जब यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा, तब प्रशासन हरकत में आया और जांच के बाद अवैध निर्माण को गिराने का फैसला किया गया.
भारी पुलिस बल की तैनाती
मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. फिलहाल, प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है. किसी भी धार्मिक स्थल को निशाना बनाने की कोई मंशा नहीं थी.