पटना, 30 दिसंबर: अरूणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में जनता दल (युनाइटेड) (JDU) के 6 विधायकों के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) (BJP) में शामिल होने के बाद बिहार में सत्तारूढ़ दोनों पार्टियों के बीच खींचतान बढ़ गई है. इस बीच, अब भाजपा 'डैमेज कंट्रोल' में जुट गई है. दोनों पार्टियां हालांकि बिहार में राजग (NDA) में किसी प्रकार के मतभेद से इनकार कर रहे हैं. बिहार (Bihar) की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी (Renu Devi) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राजग का 'अभिभावक' बताते हुए कहा कि राजग का मुखिया मजबूत है और घर भी मजबूत है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "मेरा घर मजबूत है और इसे कोई तोड़ नही सकता. नीतीश कुमार राजग के गार्जियन हैं. मेरा मुखिया मजबूत है और साथ ही साथ पूरा घर भी मजबूत है तो इसे कौन तोड़ेगा." राजद के नीतीश कुमार के साथ आने के बयानों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वो लोग क्यों परेशान हैं ये वही जानें. उपमुख्यमंत्री के इस बयान को भाजपा की ओर से डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है.यह भी पढ़े: जदयू ने अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम पर नाराजगी जतायी.
उल्लेखनीय है कि अरूणाचल प्रदेश की घटना को जदयू के नेताओं ने इसे गठबंधन धर्म के विपरीत बताते हुए इसे तकलीफदेह बताया है. हालंकि दोनों दल के नेता बिहार राजग में किसी तरह के मतभेद नहीं होने की बात कह रहे हैं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी एक दिन पहले कहा था कि बिहार के अंदर भाजपा और जदयू का गठबंधन अटूट है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में पूरे पांच साल नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार काम करेगी.
इससे पहले जदयू कार्यकारिणी समिति की बैठक के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी ने भी कहा था कि अरूणाचल प्रदेश की घटना का बिहार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.