बालिका गृह की 34 नाबालिग लड़कियों के साथ हुआ है दुष्कर्म: बिहार पुलिस
बिहार में बालिका गृह में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म (Photo Credits: ANI)

पटना : बिहार के मुजफ्फरनगर जिले के एक बालिका गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ, इससे पहले यह आंकड़ा 29 बताया जा रहा था. पुलिस ने शनिवार को इसकी पुष्टि की. मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक (एसएसपी) हरप्रीत कौर ने कहा, "मुजफ्फरनगर बालिका गृह में 29 नहीं बल्कि 34 लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ."

पिछले सप्ताह 42 लड़कियों के मेडिकल परीक्षण में खुलासा हुआ कि उनमें से 29 दुष्कर्म का शिकार हुईं. वहीं, आश्रय गृह में रही एक लड़की ने खुलासा किया कि जब आश्रय गृह की एक लड़की ने वहां के स्टाफ के साथ असहमति जताई तो उसे पीट-पीट कर मार दिया गया और जमीन में गाड़ दिया.

राज्य द्वारा संचालित इस आश्रय गृह में लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में एक जिला प्रशासन के अधिकारी को गिरफ्तार भी किया गया है.

जबकि आश्रय गृह को बंद कर दिया गया है. वहीं, मृत बच्ची के शव के अवशेषों की बरामदगी के लिए पुलिस की एक टीम ने आश्रय गृह के मैदान की भी सोमवार को खुदाई की है. लेकिन, अब तक शव की बरामदगी नहीं हुई है.

मुजफ्फरपुर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर ने कहा, ‘हम एक लड़की के बयान के आधार पर खुदाई कर रहे हैं. जगह की पहचान उस लड़की ने की थी.’

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘खुदाई के दौरान अब तक कुछ भी अहम सबूत नहीं मिला है. लेकिन, आरोप लगाने वाली लड़की से और पूछताछ करने के बाद खुदाई का दायरा बढ़ाया जा सकता है.’

गौरतलब है कि मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस) के ऑडिट में हुए इस मामले के खुलासे के बाद राज्य के समाज कल्याण विभाग ने पिछले महीने प्राथमिकी दर्ज कराई थी और दस लोग गिरफ्तार किए गए हैं.

हरप्रीत कौर ने बताया, ‘अब तक जिला बाल संरक्षण अधिकारी और बालिका गृह की महिला कर्मियों समेत कुल दस लोग गिरफ्तार किए गए हैं.’

उन्होंने बताया कि बालिका गृह को चलाने वाले एनजीओ को काली सूची में डाल दिया गया है.

साथ ही, नारी निकेतन को भी सील किए जाने की उन्होंने पुष्टि की और बताया कि वहां की लड़कियों को अन्य जिलों के नारी निकेतनों में भेज दिया गया है.

वहीं, राज्य के विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने विधानसभा और विधानपरिषद में यह मुद्दा उठाया है और आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की है. उसने दावा किया इस स्कैंडल में कई बड़े लेाग शामिल हैं जिन्हें नीतीश कुमार सरकार बचाने का प्रयास कर रही है.

विपक्ष के दबाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सीबीआई जांच की सिफारिश की थी.