Bihar में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, पिछले 24 घंटे में आए 14,836 नए केस, CM नीतीश कुमार ने की हाईलेवल मीटिंग
नीतीश कुमार (Photo Credits: Facebook)

बिहार (Bihar) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को राज्य में 14,836 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जिससे राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 1,13,479 तक पहुंच गई है. पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 61 संक्रमितों की मौत हुई है. राज्य में बुधवार को 14,836 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. पटना (Patna) में सर्वाधिक 2,420 नए संक्रमित मिले हैं. पटना सहित 10 जिलो में 500 से अधिक नए संक्रमण के मामले मिले हैं. गया में 587, कटिहार में 570, मुजफ्फरपुर में 574, नालंदा में 671, समस्तीपुर में 635, सारण में 528, शेखपुरा में 631, वैशाली में 857 और पश्चिमी चंपारण में 655 नए संक्रमित मिले. इससे पहले राज्य में मंगलवार को एक दिन में 14,794 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई थी, जबकि 105 लोगों की मौत हुई थी. यह भी पढ़ें- Bihar में कोरोना से भयावह हुए हालात, 1 मई से 31 मई तक सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में गर्मी की छुट्टियों का हुआ ऐलान.

राज्य का रिकवरी रेट बुधवार को 78.38 प्रतिशत दर्ज किया गया. स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में पिछले 24 घंटे में 95,248 नमूनों की जांच की गई. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान 11,726 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हो कर अपने घर वापस गए हैं. इस दौरान राज्य में 61 संक्रमितों की मौत हुई है, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,987 तक पहुंच गई है. राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या 1,13,479 है.

इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक की जिसमें ऑक्सीजन जेनेरेशन कैपिसिटी को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करने का निर्देश अधिकारियों को दिए. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण का फैलाव बढ़ रहा है. उन्होंने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की जरुरतों का आकलन कर ऑक्सीजन जेनेरेशन कैपिसिटी को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.

उन्होंने कहा, "एक उच्चस्तरीय समिति बनाकर कार्य करें जिसमें स्वास्थ्य एवं उद्योग विभाग भी शामिल हो, जिससे समन्वय के साथ हर निर्णय पर तेजी से काम किया जा सके. ऑक्सीजन जेनेरेशन के लिए रिफिलिंग प्लांट, बॉटलिंग प्लांट, टैंकर आदि की व्यवस्था के लिए जरुरी कदम उठाएं, इसके लिए सरकार राशि उपलब्ध कराएगी."