Bhavya Bishnoi and Pari Bishnoi Wedding: भव्य-परी की शादी, 22 दिसंबर को उदयपुर में होगी आदमपुर के MLA की ग्रैंड वेडिंग
Bhavya Bishnoi and Pari Bishnoi | Instagram

हरियाणा के पूर्व विधायक कुलदीप विश्नोई के बेटे और आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भव्य बिश्नोई जल्द ही IAS परी बिश्नोई साथ शादी के बंधन में बंधने वाले हैं. इसकी शादी 26 दिसंबर को होगी. उदयपुर में शादी, पुष्कर, आदमपुर और दिल्ली में शानदार रिसेप्शन होगा जिसमें 1.50 लाख से अधिक मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है. भव्य बिश्नोई की मंगेतर, परी बिश्नोई, सिक्किम कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में गंगटोक में सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) के रूप में तैनात हैं. Asim Riaz- Himanshi Khurana Separation: आसिम रियाज और हिमांशी खुराना का हुआ ब्रेकअप, धर्म की वजह से अलग हुए रास्ते.

भव्य बिश्नोई, आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. यह उनके दादा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल की सीट है. उन्होंने यहां से 1968 का विधानसभा चुनाव जीता तो यह परिवार का गढ़ बन गया. भजन लाल ने यहां से 1977 और 2005 के बीच सात और चुनाव जीते. उनकी पत्नी जसमा देवी ने 1987 में ये सीट जीती और कुलदीप बिश्नोई ने यहां से 1998 का ​​उपचुनाव जीता, 2009, 2014 और 2019 में भी उन्होंने यहां से चुनाव जीता. कुलदीप की पत्नी, रेणुका ने 2012 में इस सीट से उप-चुनाव जीता और 2022 में इस सीट से भव्य बिश्नोई जीते.

भव्य बिश्नोई की शादी 22 दिसंबर को उदयपुर में होगी. इसके बाद 24 दिसंबर को राजस्थान के पुष्कर में पहला रिसेप्शन होगा. 26 दिसंबर को आदमपुर में दूसरा और 27 दिसंबर को नई दिल्ली में तीसरा रिस्पेशन होगा.

पुष्कर में होने वाले रिस्पेशन में 30 से 50 हजार मेहमान आएंगे. आदमपुर में 26 दिसंबर के कार्यक्रम में एक लाख से अधिक मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है, जबकि 27 दिसंबर को दिल्ली के रिसेप्शन में कुछ केंद्रीय नेताओं सहित 2,500 से 3,000 मेहमानों के शामिल होने की उम्मीद है.

पूर्व विधायक कुलदीप विश्नोई ने बताया कि वह व्यक्तिगत रूप से आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के सभी 55 गांवों के साथ-साथ नलवा विधानसभा क्षेत्र के 31 गांवों का दौरा करेंगे, ताकि सभी ग्रामीणों को निमंत्रण दिया जा सके.

कुलदीप बिश्नोई ने कहा, "जब 18 नवंबर, 1991 को मेरी शादी हुई तो मेरे पिता चौधरी भजन लाल ने भी व्यक्तिगत रूप से इन सभी गांवों का दौरा किया था. वह उस समय राज्य के मुख्यमंत्री थे." 31 नलवा गांवों के दौरे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "ये सभी गांव 2007-08 के परिसीमन से पहले आदमपुर संविधान का हिस्सा थे."