बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) की बेंगलुरु पुलिस (Bangalore Police) ने शनिवार को असामाजिक तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन में उपद्रवियों के घरों पर आज तड़के व्यापक छापेमारी की. पुलिसकर्मियों की टीम ने कमाक्षिपल्या (Kamakshipalya) और ब्यादरहल्ली (Byadarahalli) इलाके में सुबह पांच बजे पहुंची. बेंगलुरु वेस्ट डिवीजन के डीसीपी ने बताया कि रेड के दौरान 105 घरों की तलाशी ली गई और 76 लोगों हिरासत में लिया गया. महिला से बर्बरता करने के मामले में बेंगलुरु पुलिस ने 11 बांग्लादेशियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया
इसी हफ्ते बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त ने गुंडों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था. दरअसल 15 दिनों में चार हाई-प्रोफाइल हत्याओं के बाद शहर के निवासियों में दहशत थी. जिसके चलते पुलिस आयुक्त कमल पंत लोगों को सुरक्षा का आश्वासन देने के लिए आगे आए हैं. अंडरवल्र्ड 'डी-कंपनी' के शूटर राशिद मालाबारी के सहयोगी करीम अली की 22 जून को हत्या कर दी गई थी, उसके बाद रेखा कादिरेश, एक पूर्व नगरसेवक की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी और हत्यारों ने अपराध से पहले सभी सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया था.
वहीं, मदन नाम के एक फाइनेंसर और एक अन्य व्यक्ति कृष्णा मूर्ति की 3 और 4 जुलाई को बेंगलुरु के विभिन्न पुलिस थानों की सीमा में हत्या कर दी गई थी. इन घटनाक्रमों से बेंगलुरु पुलिस पर सवाल उठने शुरू हो गए थे. हालांकि पुलिस का कहना था कि ये हत्याएं प्रतिद्वंद्विता और पारिवारिक विवादों के चलते हुई है.
पुलिस आयुक्त कमल पंत ने एक सवाल के जवाब में कहा था "पहली बार हमने गुंडा अधिनियम के तहत अधिकांश उपद्रवियों को हिरासत में लिया है. 31 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है. हम दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत कार्रवाई कर रहे हैं." शहर में उपद्रवी खतरे से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट दे दी गई है. (एजेंसी इनपुट के साथ)