अयोध्या के श्री सीताराम मंदिर में पेश की गई हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, इफ्तार पार्टी का हुआ आयोजन
अयोध्या के मंदिर में आयोजित इफ्तार पार्टी (Photo Credits: ANI)

रमजान (Ramzan) के पवित्र महीने में अयोध्या (Ayodhya) के एक मंदिर में सोमवार को इफ्तार (Iftar) का आयोजन किया गया. सांप्रदायिक सौहार्द (Communal Harmony) की मिसाल पेश करते हुए श्री सीता राम मंदिर (Shri Sita Ram Temple) में रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों के अलावा नगर के कुछ साधु-संत और सिख समुदाय के लोग भी शामिल हुए. न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मंदिर के पुजारी युगल किशोर ने कहा कि यह तीसरी बार है जब हमने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया है. मैं इसी तरह आगे भी इफ्तार पार्टी का आयोजन करता रहूंगा. हमें हर पर्व-त्योहार बहुत उत्साह के साथ मनाना चाहिए.

वहीं, इफ्तार पार्टी में आए मुजम्मिल फिजा ने कहा कि वह हर साल अपने हिंदू भाइयों के साथ नवरात्रि (Navratri) भी मनाते हैं. उन्होंने कहा कि एजेंडा वाले लोग नहीं चाहते हैं कि अलग-अलग समुदाय एक साथ आएं और इस तरह का आयोजन करें. ऐसे देश में जहां लोग धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं, वहां किशोर जैसे लोग प्रेम का संदेश दे रहे हैं.' यह भी पढ़ें- तिहाड़ जेल में गंगा-जमुनी तहजीब: 150 हिंदू कैदी मुस्लिम साथियों के साथ रखते हैं रमजान के रोजे, प्रशासन ने किया इंतजाम

दरअसल, रमजान महीने के दौरान रोजेदार लगभग 30 दिनों तक कठिन उपवास करते हैं और सुबह से शाम तक भोजन या पानी का सेवन नहीं करते हैं. वे सेहरी (सुबह का खाना) खाते हैं और शाम को इफ्तार के साथ दिन भर का उपवास तोड़ते हैं. ईद-उल-फितर में रमजान के उपवास के महीने की समाप्ति होती है. यह त्योहार इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के 10 वें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है.