अयोध्या: 'राम बारात' (Ram Barat) जिसमें भगवान राम के विवाह को दर्शाया जाता है और हर 5 साल में कारसेवकपुरम से जनकपुर के लिए बारात ले जाई जाती है. इस साल COVID-19 के कारण इस बारात को रद्द कर दिया गया है. धर्म यात्रा महासंघ (Dharam Yatra Mahasangh) और विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) जो इस बारात को निकालते हैं, उन्होंने साधुओं से चर्चा के बाद इसे रद्द कर दिया. विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि,'हमने इस साल 'बारात' को रद्द करने का फैसला किया है. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश: अयोध्या का हवाईअड्डा भगवान राम के नाम पर, कैबिनेट से मिली मंजूरी
हमने लोगों से अपने घरों और मंदिरों में उत्सव मनाने, लाइट और दीये जलाने, शंख बजाने, पवित्र मंत्रों का जाप करने और ध्वजारोहण का आग्रह किया है. विश्व हिंदू परिषद (VHP), जो इस कार्यक्रम का आयोजन करती है, भगवान राम की 'बारात' को अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) तक ले जाती है, जिसमें दो सजे-धजे 'रथ' होते हैं साथ ही युवक राम, भरत और लक्ष्मण के रूप में तैयार होते हैं. दो दर्जन कारों और एक बस में द्रष्टा सहित लगभग 200 लोग अयोध्या से निकलते है और 28 नवंबर को भगवान राम की पत्नी सीता के गृहनगर माने जाने वाले जनकपुर पहुंचते हैं. यह भी पढ़ें:Ayodhya Ram Mandir Construction: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए नक्शा पास, मानचित्र को प्राधिकरण बोर्ड से मिली मंजूरी
देखें ट्वीट:
We have decided to cancel the 'Barat' this year. We have urged people to observe the celebration at their homes and temples, light earthen lamps, blow conch shell, chant holy mantras and hoist flag: Sharad Sharma, spokesperson, Vishva Hindu Parishad https://t.co/02h2IZTFk3 pic.twitter.com/RGrZs8y6RP
— ANI UP (@ANINewsUP) November 27, 2020
प्राचीन रीति-रिवाजों के अनुसार किसी भी महिला को 'बारात' में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाती है. 'बारात' गाजीपुर, छपरा, पटना और सीतामढ़ी से होकर गुजरती है और कुछ स्थानों पर रूकती है. लेकिन इस साल कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर राम बारात को कैंसल कर दिया गया है.