Assam Flood: कोरोना वायरस के प्रकोप (Coronavirus Outbreak) के साथ-साथ असम में बाढ़ से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. इस साल भी असम बाढ़ (Assam Flood) की त्रासदी से जूझ रहा है. चाय के बागानों की खुशबू से महकने वाले इस राज्य (Assam) के अधिकांश जिले जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ (Flood) से तबाही का आलम तो यह है कि यहां के 33 जिलों में से 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ के चलते राज्य के 54 लाख लोग प्रभावित हो गए हैं और जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 22 मई से लेकर 15 जुलाई के बीच यहां के 4 हजार 766 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के चलते अलग-अलग घटनाओं में कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों जानवर भी अपनी जान गंवा चुके हैं.
राज्य में बाढ़ से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 2 और लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद मरने वालों की तादात बढ़कर 79 हो गई है.
बाढ़ में अब तक 79 लोगों की मौत
Two more people have lost their lives in flood-related incidents in Assam, taking the death toll to 79: State government pic.twitter.com/KwCo8DDk69
— ANI (@ANI) July 19, 2020
असम सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व में 108 जानवरों की मौत हो गई है. अब तक 9 गैंडों, 4 जंगली भैंसों, 7 जंगली सूअर, 2 स्वैंप हिरण, 82 हॉग हिरण बाढ़ में मारे गए हैं. यह भी पढ़ें: Assam Flood: असम के 30 जिलों में बाढ़ से भारी तबाही, राज्य में 53 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित, अब तक 76 की मौत
बाढ़ में 108 जानवरों की मौत
108 animals died at Kaziranga National Park and Tiger Reserve in flood-related incidents. 9 rhinos, 4 wild buffaloes, 7 wild boars, 2 swamp deers, 82 hog deers have died in the flood: Government of Assam pic.twitter.com/n6qJI1sI6t
— ANI (@ANI) July 19, 2020
दरअसल, असम देश का एक ऐसा राज्य है जो पूरी तरह से नदी की घाटी पर बसा हुआ है. राज्य का क्षेत्रफल 78 हजार 438 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 56 हजार 194 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी में बसा है, जबकि 22 हजार 244 वर्ग किलोमीटर का हिस्सा बराक नदी की घाटी में है. यही वजह है कि हर साल असम में बाढ़ लोगों के लिए त्रासदी और तबाही का मंजर साथ लेकर आता है.