जम्मू, 31 मार्च: जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 44वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें यात्रा-2023 के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल एसएएसबी के पदेन अध्यक्ष हैं. बैठक में सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा के लिए चल रहे कार्यों और भविष्य की परियोजनाओं पर चर्चा की गई. यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir Tourism: पर्यटकों को भा रहा जम्मू-कश्मीर, फरवरी में एक लाख से अधिक टूरिस्ट पहुंचे घाटी
उपराज्यपाल के प्रधान सचिव और एसएएसबी के सीईओ मनदीप के. भंडारी ने एक विस्तृत प्रस्तुति दी और अमरनाथ जी यात्रा-2023 के विभिन्न पहलुओं पर बोर्ड को जानकारी दी, जिसमें यात्रा के लिए पंजीकरण, हेलीकॉप्टर सेवाओं का प्रावधान, सेवा प्रदाता, यात्रा शिविर, लंगर/एनजीओ सेवाएं, यात्रियों/सेवा प्रदाताओं के लिए बीमा कवर आदि शामिल हैं. बयान में कहा गया है कि उन्होंने पिछली बोर्ड बैठकों में लिए गए फैसलों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी पेश की. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मुख्य अभियंता ने यात्रा ट्रैक के रखरखाव, बहाली और विकास कार्यों की प्रगति के बारे में बैठक में जानकारी दी.
मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह, राज कुमार गोयल, डीजीपी दिलबाग सिंह, विशेष महानिदेशक, सीआईडी, आरआर स्वैन, एडीजीपी, जम्मू, मुकेश सिंह, संभागीय आयुक्त, सचिव, अतिरिक्त सीईओ, एसएएसबी और नागरिक प्रशासन, एसएएसबी, पुलिस और सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी व्यक्तिगत रूप से और वर्चुअल मोड के माध्यम से बैठक में शामिल हुए. अनंतनाग जिले में हिमालय गुफा मंदिर की यात्रा हर साल आयोजित की जाती है. भक्त भगवान शिव की शक्तियों के प्रतीक के रूप में भक्तों द्वारा मानी जाने वाली बर्फ की स्थिर संरचना के 'दर्शन' के लिए गुफा मंदिर में जाते हैं.