नई दिल्ली, 23 अप्रैल : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (Muslim National Forum) ने समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देने के लिए शुक्रवार को राजधानी में इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान देश की मौजूदा हालात पर सुझाव रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक एवं मुख्य सरंक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि, आजादी के 75वें वर्ष में सभी राज्य बैठकर आपस में सलाह मशवरा करें और त्यौहारों को मनाने के एक नए दिशानिर्देश बनाएं. जिससे जात में छुआछूत, दंगे न हो और मजहब के नाम पर बांटना भड़काना, लड़वाना न हो, वहीं हम सब नेक बनकर एक रास्ते पर चल सकें. देश में विभिन्न जगहों पर हुई हिंसा और हाल ही में दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) पर उन्होंने कहा कि, कुछ समय से पूरे देश के विभिन्न जगहों पर चाहे वो एमपी, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान या दिल्ली का जहांगीरपुरी हो. वहीं लाउडस्पीकर या जुलूस पर हो, इनमें कुछ ताकतें जो देश की एकता, अखंडता और भाईचारे को पसंद नहीं करती हैं.
इसमें सियासत से जुड़े लोग, मजहबी लोग और कई तरह के बुद्धिजीवी लोग शामिल है वह हिंदुस्तान का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं. हिंदुस्तान का माहौल कोरोना महामारी में दुनिया ने देखा है महामारी के कारण कई लोगों की मृत्यु हुई जिनमें हर वर्ग के लोग शामिल थे, उस दौरान इंसान मर रहा था और इंसानियत करा रही थी. ऐसे समय में हम सबका अपना हिंदुस्तान ही था जिसमें इंसान और इंसानियत की हिफाजत करने का सबसे अधिक उदाहरण पेश किया है. यह भी पढ़ें : Delhi: कोरोना के मामले बढ़ने के बाद मेट्रो, बसों, बाजारों में लौटे प्रतिबंध, सख्ती से करना होगा नियमों का पालन
हालंकि इनसब के बीच उन्होंने कुछ सुझाव भी रखे और कहा कि, किसी के भी धार्मिक अदायरे पर हमला करना उसमें दखल देना सभी ने इस तरह के व्यवहार को अमानवीय करार दिया है और सभी को इन कामों की कड़ी निंदा करनी चाहिए, दूसरा सभी राज्यों में त्यौहार मनाने के लिए कोई ना कोई दिशानिर्देश बने हुए हैं, उन कानूनों का पालन होना चाहिए इससे भाईचारा बना रहेगा और तीसरा जो भी कोई अपने धर्म का त्यौहार मना है तो उस त्यौहार में दूसरे धर्मों के लोगों को भी निमंत्रण देना चाहिए ताकि संदेश जाए कि हम सब एक हैं.
दरअसल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच समाज में एकता, सद्भावना, भाईचारे को मजबूती देने के लिए बड़े पैमाने पर इफ्तार कार्यक्रम कर रहा है. इसमें समाज के हर धर्म, हर तबके, हर समुदाय, हर वर्ग से लोगों की शिरकत हो रही है और इसके बाद ईद मिलन समारोह का कार्यक्रम भी होगा. इफ्तार और ईद मिलन समारोह कार्यक्रमों का मकसद है समाज के सभी तबके, समुदाय को जोड़ा जाना ताकि देश भर के लाखों लोगों तक इस पाक महीने में मुहब्बत और हुब्बुल वतनी (वतन परस्ती) का पैगाम पहुंचे.