समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान (Azam Khan) के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam) को पुलिस ने जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद यूपी में सियासी पारा और भी गरमा गया है. सपा अब बड़े पैमाने पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन करने जा रही है. जिसके लिए कार्यकर्ताओं का जमावड़ा शुरू होने लगा है. वहीं सुरक्षा के लिहाज से रामपुर की सीमाओं को सील कर दिया गया है. पुलिस की भारी तैनाती की गई है. किसी भी बाहरी को आने से रोक दिया गया है. खबरों के मुताबिक तकरीबन 10 हजार सपा कार्यकर्ता जमा हो सकते हैं.
रामपुर के डीएम एके सिंह ( DM AK Singh) ने कहा कि कांवर यात्रा और बकरा ईद (Kanwar Yatra & Bakra Eid) के मद्देनजर धारा 144 (Section 144 ) पहले से ही लागू है. जिसके कारण 5 लोग एक साथ नहीं खड़े हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर अतरिक्त पुलिस बल बुलाई गई है और कोई कानून तोड़ने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
AK Singh, DM Rampur: Section 144 (prohibits assembly of more than 5 people in an area) is already in place in view of Kanwar Yatra & Bakra Eid. We've got additional forces, we'll not let anyone enter from the border. Anyone who violates law & order will be dealt with strictness. pic.twitter.com/NQbR8QOVoo
— ANI UP (@ANINewsUP) August 1, 2019
बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को रामपुर में बने मौलाना अली जौहर विश्वविदयालय पर छापा मार कर एक मदरसे से चोरी हुई कुछ किताबें बरामद की थी. चोरी की ये किताबें करीब 100 से 150 साल पुरानी हैं.
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इसी दौरान आजम खान के बेटे अब्दुल्लाह को जौहर यूनिवर्सिटी की जांच में दखल देने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने को लेकर हिरासत में लिया था. जिसके बाद सूबे में सियासी गहमागहमी तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई का नाम देकर सूबे कि योगी सरकार को घेरने का मन बना चुकी है. यही कारण है कि रामपुर में बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं, अमरोहा, मुरादाबाद और बिजनौर के 10 हजार से अधिक सपा कार्यकर्ताओं आने की आशंका व्यक्त की जा रही है.