सुप्रीम कोर्ट (SC) में आज उन्नाव रेप कांड को लेकर बड़ी सुनवाई होने वाली है. केस को लखनऊ से दिल्ली भी ट्रांसफर करने का भी फैसला आ सकता है. उन्नाव रेप पीड़िता (Unnao Rape Victim) रोड एक्सीडेंट के बाद जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है. पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव बलात्कार पीड़ित द्वारा चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi ) को लिखे पत्र को संज्ञान लेते हुये अपने सेक्रेटरी जनरल से रिपोर्ट मांगी कि पत्र को 17 जुलाई से उनकी जानकारी में क्यों नहीं लाया गया. रेप पीड़िता और उसके परिवार ने इस चिट्ठी में चीफ जस्टिस से ये शिकायत की गई थी कि थी, बीजेपी नेता समेत तमाम आरोपी धमका रहे हैं.
बलात्कार पीड़ित और उसके परिवार के दो सदस्यों द्वारा लिखा गया यह पत्र 12 जुलाई का है और इसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय और उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य प्राधिकारियों को भेजा गया था. 7-8 जुलाई को बीजेपी विधायक सेंगर (BJP MLA Kuldeep Singh Sengar) से कथित रूप से संबंध रखने वाले कुछ व्यक्तियों ने पीड़ित के परिवार को गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी. पत्र पर पीड़ित, उसकी मां और चाची के हस्ताक्षर हैं. रविवार को इस लड़की की कार में एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें उसकी मौसी और चाची की मौत हुई थी जबकि वह गंभीर रूप से घायल हुई थी. उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में सीबीआई ने नई एफआईआर दर्ज जांच शुरू कर दी है.
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गौरतलब हो कि बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी को रविवार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी. पुलिस इस मामले में हत्या की साजिश और हादसा, दोनों मानकर जांच कर रही है. उधर, इस घटना के बाद से सूबे के विपक्षी दल बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे है. पुलिस ने ट्रक के मालिक देवेंद्र सिंह और चालक आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी बीच देखा गया कि ट्रक की नंबर प्लेट पर काला रंग पुता हुआ था जो मामले में बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता हैं. खबरों के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त ट्रक समजवादी पार्टी के नेता नंदू पाल का है.