प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 53वें एपिसोड में देश को संबोधित किया. पीएम ने इस दौरान पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को नमन किया और श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही पीएम ने आगामी लोकसभा चुनाव में जीत का भरोसा जताया. पीएम ने कहा कि मई में फिर से मन की बात करूंगा. पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह शहादत आतंक को समूल नष्ट करने के लिए हमें निरंतर प्रेरित और हमारे संकल्प को मजबूत करेगी. पीएम मोदी ने कहा कि इस हमले के बाद सेना ने आतंकियों के नाश का संकल्प लिया है. पुलवामा के शहीदों के हर परिवार की कहानी प्रेरणा से भरी हुई हैं.
पीएम मोदी ने कहा हमारे सशस्त्र बल हमेशा ही अद्वितीय साहस और पराक्रम का परिचय देते आए हैं. शांति की स्थापना के लिए जहां उन्होंने अद्भुत क्षमता दिखाई है वहीं हमलावरों को भी उन्हीं की भाषा में जबाव देने का काम किया है. पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’पुलवामा के आतंकी हमले में वीर जवानों की शहादत के बाद देश-भर में लोगों को और लोगों के मन में, आघात और आक्रोश है.’’
सेना को सौंपेंगे नेशनल वॉर मेमोरियल
पीएम मोदी ने कहा ‘’आज बच्चे-बच्चे के अंदर देशभक्ति की भावना है लेकिन मुझे आश्चर्य भी होता था और पीड़ा भी कि भारत में कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था. एक ऐसा मेमोरियल, जहां राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की शौर्य-गाथाओं को संजो कर रखा जा सके. मैंने निश्चय किया कि देश में एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिए. बता दें कि पीएम मोदी सोमवार को दिल्ली में नेशनल वॉर मेमोरियल को सेना को सौंपेंगे. यह भी पढ़ें- राजस्थान से पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर बोला बड़ा हमला, कहा- हिसाब पूरा होगा, लड़ाई कश्मीर के लिए- कश्मीरियों से नहीं
वॉर मेमोरियल तीर्थस्थल सामान होगा
पीएम मोदी ने कहा "मुझे विश्वास है कि देशवासियों के लिए राष्ट्रीय सैनिक स्मारक जाना किसी तीर्थस्थल जाने के समान होगा. राष्ट्रीय सैनिक स्मारक स्वतंत्रता के बाद सर्वोच्च बलिदान देने वाले जवानों के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता का प्रतीक है. राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का डिजाइन हमारे अमर सैनिकों के अदम्य साहस को प्रदर्शित करता है. राष्ट्रीय सैनिक स्मारक का कॉन्सेप्ट फोर कन्सेंट्रिक सर्किल्स यानी चार चक्रों पर केंद्रित है- अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र. जहां उसके जन्म से लेकर शहादत तक का जिक्र है."
देश से बात करना परिवार से बात करने जैसा
पीएम मोदी ने कहा, "मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से आप सब से जुड़ना मेरे लिए एक अनोखा अनुभव रहा है. रेडियो के माध्यम से मैं एक तरह से करोड़ों परिवारों से हर महीने रूबरू होता हूं. कई बार तो आप सब से बात करते, आपकी चिठ्ठियां पढ़ते या आपके फोन पर भेजे गए विचार सुनते मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि आपने मुझे अपने परिवार का ही हिस्सा मान लिया है. यह मेरे लिए एक बहुत ही सुखद अनुभूति रही है."
पीएम मोदी ने कहा मैं लोकसभा चुनाव 2019 के बाद एक नए विश्वास के साथ आपके आशीर्वाद की ताकत के साथ फिर एक बार मन की बात के माध्यम से हमारी बातचीत के सिलसिले का आरम्भ करूंगा और सालों तक आपसे मन की बात करता रहूंगा. चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होता है. अगले दो महीने हम सभी चुनाव की गहमा-गहमी में व्यस्त होगें. मैं स्वयं भी इस चुनाव में एक प्रत्याशी रहूंगा. स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का सम्मान करते हुए अगली मन की बात मई महीने के आखरी रविवार को होगी.