देश के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) का ड्राई रन जारी है. 2 जनवरी को पहला ड्राई रन किया गया था.इस बीच वैक्सीन से जुड़ी कई अलग-अलग खबरें भी आ रही हैं.साथ ही कई प्रकार की भ्रांतियां भी फैलाई जा रही हैं.वैक्सीन से जुड़े सवालों पर हमने बात की एम्स, नई दिल्ली के डॉ. नीरज निश्चल से.उन्होंने कहा कि वैक्सीन से जुड़ी खबरें जो सरकार या विश्वस्नीय चैनलों द्वारा प्रसारित की जा रही है केवल उन्हीं पर विश्वास करें.सोशल मीडिया (social media) पर आने वाले संदेशों पर ध्यान मत दें.
आंकड़ों के अनुसार कोविड की वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित
अलग-अलग देशों की वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर आ रही खबरों के बीच डॉ. नीरज ने कहा कि कोई भी दवा बनाते वक्त हम आगे तभी बढ़ते हैं, जब वो सुरक्षित होती है.सबसे पहले ट्रायल में यही देखा जाता है कि इसे देने से इंसानों में किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं आ रही है.इसमें सफल होने के बाद ही आगे बढ़ते हैं.फिर उसके बाद हल्के-फुल्के रिएक्शन का अध्ययन किया जाता है, जिसमें 3-4 साल का समय लगता है.अब चूंकि महामारी चल रही है, तो कोविड वैक्सीन को बनाने में बहुत कम समय हमारे पास था.हल लॉन्ग टर्म सेफ्टी डाटा का इंतजार नहीं कर सकते हैं, इसलिए आपातकाल रज़ामंदी दी गई है.यह भी पढ़ें : Coronavirus New Strain Positive Cases: कोरोना वायरस महामारी के नए स्ट्रेन से कुल 73 लोग संक्रमित
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड-19 (COVID-19) की वैक्सीन देश के हर नागरिक को दी जानी है.अगर किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट होंगे तो तुरंत उभर कर सामने आ जाएंगे.आपको बता दें कि इसके रिस्क-बेनिफिट के अनुपात की गणना भी की गई है.अभी तक के आंकड़ों के अनुसार कोविड की वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.
वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत
वैक्सीन लगवाना लोगों के ऊपर निर्भर इस बारे में बताते हुए कहा कि सरकार ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन जबरन नहीं लगायी जाएगी.इसलिए ऐसा संभव है कि बहुत से लोग वैक्सीन लगवाने से मना कर दें.ऐसे में वैक्सीन के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.लोगों को बताना होगा कि यह बीमारी कितनी गंभीर हो सकती है. यह भी पढ़ें : Corona Vaccine: बैजल ने दिल्ली सरकार की एजेंसियों को कोविड टीकाकरण अभियान में सहयोग करने का निर्देश दिया
नए स्ट्रेन को पैर जमाने से रोकना होगा
यूके से आये कोरोना के नए स्ट्रेन पर डॉ. नीरज ने कहा कि यूके का नया स्ट्रेन भले ही बहुत ज्यादा गंभीर रूप से बीमार नहीं करता है, लेकिन यह फैलता बहुत तेजी से है.इसे हमें भारत में पैर जमाने से पहले ही रोकना होगा.एक बार अगर यह वायरस हमारी आम जनता के बीच घुस गया, तो इसको रोकना फिर उसी तरह से मुश्किल हो जाएगा.इसलिए हम सभी की जिम्मेदारी है कि इसे सतर्कता के साथ इस वायरस को रोकें. वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन को मंजूरी, शुक्रवार से देश भर के 41 केन्द्रों में भेजी जाएगी दवाई