पटना, 16 सितम्बर: नौकरी की तलाश में तमिलनाडु के इरोड गए जहानाबाद के छह मजदूरों का वहां के स्थानीय दलालों ने फिरौती के लिए अपहरण कर लिया है. प्रत्येक पीड़ित परिवार को फोनपे के माध्यम से 20 हजार रुपये का भुगतान करने के बावजूद, बंदियों को रिहा नहीं किया गया. एक मजदूर के पिता ने जहानाबाद के एसपी दीपक रंजन के समक्ष उनकी रिहाई की मांग करते हुए एक आवेदन दिया. यह भी पढ़ें: Greater Noida: ग्रेटर नोएडा लिफ्ट हादसे में 8 लोगों की मौत, परिजनों को मिलेगा 25 लाख का मुआवजा
महिदा सारंगपुर गांव के मूल निवासी जितेंद्र कुमार, विनय कुमार, वाल्मिकी कुमार, पवन कुमार, चितरंजन कुमार और अशोक कुमार 11 सितंबर को जहानाबाद से ट्रेन में सवार हुए और 14 सितंबर को इरोड पहुंचे. इरोड के रेलवे स्टेशन पहुंचने पर, स्थानीय दलालों ने उन्हें आकर्षक नौकरियों की पेशकश की और ले गए.
बाद में उनके मोबाइल व सामान छीन कर उन्हें बंधक बना लिया. शुक्रवार को अपहरणकर्ता ने अशोक कुमार के फोन का इस्तेमाल किया और उनके परिवार से फिरौती की मांग की. उन्होंने पुलिस से संपर्क करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की भी धमकी दी.
उस धमकी भरे कॉल के बाद सभी छह मजदूरों के परिवार के सदस्यों ने फोनपे के माध्यम से 20 हजार रुपये भेजे, लेकिन आरोपियों ने उन्हें नहीं छोड़ा. जहानाबाद एसपी ने घटना की जांच के लिए डीएसपी राजीव कुमार सिंह और श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में एक टीम गठित की है.