Landslide in West Bengal: पश्चिम बंगाल ( West Bengal) के दार्जिलिंग जिले (Darjeeling District) में भारी बारिश (Heavy Rain) ने जमकर तबाही मचाई है. दार्जिलिंग और सुकिया इलाके में लैंडस्लाइडिंग की घटनाओं में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है तो वही मिरीक में एक लोहे का ब्रिज (Bridge) टूट गया है. जिसके कारण नौ लोगों की मौत हुई है. पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के धंसने से संचार और यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. शनिवार रात से हो रही तेज बारिश ने दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और मिरीक क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.
प्रशासन के अनुसार, तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 10 (NH-10) बह गया और सिक्किम तथा कालिम्पोंग का संपर्क टूट गया. यहां तक कि दार्जिलिंग शहर से भी संपर्क बाधित हो गया है. ये भी पढ़े:Sikkim Landslide: सिक्किम में भूस्खलन के कारण 4 लोगों की मौत, 3 अब भी लापता
मिरीक में ब्रिज टूटा
As of now NH10 is blocked. NH717A is also being cleared for few landslides . Panbu road to Kalimpong is open .
Road from kalimpong to Darjeeling via Teesta bazar is closed due to flooding at Rabijhora and Teesta bazar stretch adjacent to river.#NorthBengalUpdate pic.twitter.com/aq2ZMoYdsr
— Abir Ghoshal (@abirghoshal) October 5, 2025
दार्जिलिंग में लैंडस्लाइड
#WATCH | West Bengal Movement of vehicles has been restricted on the Siliguri-Darjeeling SH-12 road after a portion of Dudhia iron bridge collapsed due to heavy rain in North Bengal. pic.twitter.com/0Rv61YekTa
— ANI (@ANI) October 5, 2025
लैंडस्लाइड और पुल टूटने से लोगों की मौत
दार्जिलिंग जिले (Darjeeling District) के मिरीक (Mirik) में एक लोहे का पुल अचानक ढह गया, जिससे नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.पुलिस और राहत टीमों ने अब तक पांच शव बरामद किए हैं, जबकि बाकी की तलाश जारी है.अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (Kurseong) अभिषेक रॉय ने बताया कि 'मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद मुश्किल हो गया है. रोहिणी और दिलाराम के रास्ते पूरी तरह बंद हैं, लेकिन फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश जारी है.
सुकिया क्षेत्र में भूस्खलन से 4 की मौत
मिरिक के अलावा सुकिया इलाके में भी अलग-अलग स्थानों पर भूस्खलन (Landslide) की घटनाएं हुईं, जिसमें चार लोगों की जान गई. प्रशासन ने आसपास के इलाकों में रहने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है और कई घरों को खाली कराया गया है.दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और सुकिया में सैकड़ों पर्यटक फंसे हुए हैं.प्रशासन ने सभी पर्यटन स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और पर्यटकों को अपने होटलों से बाहर न निकलने की अपील की है. बारिश के चलते रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है, जिससे कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं.कोलकाता के अलीपुर स्थित क्षेत्रीय मौसम केंद्र ने पहले ही भारी बारिश की चेतावनी दी थी. विभाग ने अगले दो दिनों तक और अधिक वर्षा की संभावना जताई है, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ सकती है.
विपक्ष ने सरकार से राहत कार्य तेज करने की मांग की
विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने की अपील की है.उन्होंने कहा,'भारी बारिश और भूस्खलन से दार्जिलिंग(Darjeeling), कालिम्पोंग (Kalimpong) और कर्सियांग (Kurseong) के लोग कठिनाइयों में हैं. संचार और परिवहन लगभग पूरी तरह बाधित है.सरकार को तुरंत राहत सामग्री, भोजन, दवाइयां और अस्थायी आश्रय की व्यवस्था करनी चाहिए.













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