साल 2018 में बॉलीवुड की कई नामचीन हस्तियां 'मी टू' के आरोप में फंसी और इसके चलते उन्हें अपने प्रोफेशनल लाइफ में भी काफी झटका सहना पड़ा. अब साल 2019 की शुरुआत में बॉलीवुड के जानेमाने डायरेक्टर राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani) पर भी मी टू अभियान (Me Too Campaign) के तहत यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) का आरोप लगा है. एक महिला ने हिरानी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस महिला को साल 2018 में मार्च से लेकर सितंबर तक कई दफा प्रताड़ित किया. पीड़ित महिला का कहना है कि फिल्म 'संजू' (Sanju) के पोस्ट प्रोडक्शन वर्क के दौरान उनके साथ सबसे ज्यादा बदसलूकी की गई.
हफिंगटन पोस्ट की खबर के अनुसार, 3 नवंबर, 2018 को संजय के प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra)m को लिखे गए ईमेल में ये खुलासा किया गया है. विधु विनोद चोपड़ा की पत्नी अनुपमा (मुंबई मामी फेस्तिकल की डायरेक्टर) और स्क्रिप्ट राइटर अभिजात जोशी को भी ये ईमेल भेजा गया है.
अब राजकुमार हिरानी ने अपने वकील आनंद देसाई (Anand Desai) की मदद से दिए गए अपने जवाब में इन सभी आरोपों को गलत करार दिया है. 5 दिसंबर को हफिंगटन पोस्ट को किए गए ईमेल में देसाई ने कहा ये सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. ये आरोप छवि खराब करने के उद्देश्य से किए गए हैं."
3 नवंबर को पीड़ित महिला द्वारा किए गए ईमेल में उसने आरोप लगाया है कि हिरानी ने 9 अप्रैल को उनके खिलाफ आपत्तिजनक कमेंट किया और इसके बाद अपने ऑफिस में उनके साथ बदसलूकी की. महिला ने अपने ईमेल में कहा कि मेरे दिल, दिमाग और शरीर के साथ खिलवाड़ किया गया है.
इस बार में उस महिला ने मीडिया से बातचीत की और साथ ही पीड़िता के दोस्तों ने भी उनका साथ देते हुए बताया कि हिरानी ने उनका यौन उत्पीड़न किया है. महिला ने कहा कि प्रताड़ित होने के बावजूद को काफी समय तक शांत रही क्योंकि उसके पिता बीमारी से पीड़ित थे और उसके लिए जॉब पर बने रहना जरूरी था. उसे इतनी आसानी से फिल्म इंडस्ट्री में काम नहीं मिलता और अगर राजकुमार हिरानी कहते कि वो अच्छी नहीं हूं तो सभी उनकी बात मान लेते.
अब इन आरोपों के चलते राजकुमार ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि इसका असर उनके और विधु विनोद चोपड़ा के रिश्ते पर भी पड़ा है. विधु विनोद चोपड़ा की पत्नी ने बताया कि उन्होंने पीड़ित महिला से मिलकर बातचीत की और उसे अपना पूरा समर्थन देने का वादा किया है. फिलहाल पीड़िता ने ये फैसला नहीं किया है कि इस केस वो आगे ले जाना चाहती है या नहीं.