फिल्म: नोटबुक (Notebook)
कास्ट: जहीर इकबाल (Zaheer Iqbal), प्रनूतन बहल (Pranutan Bahl) और मीर सरवर (Mir Sarwar)
निर्देशक: नितिन कक्कड़
रेटिंग्स: 3.5
कहानी: सलमान खान के प्रोडक्शन (Salman Khan Films) में बनी फिल्म 'नोटबुक' कहानी है कबीर (जहीर इकबाल) और फिरदौस (प्रनूतन बहल), दो ऐसे शिक्षकों की जिनकी अपनी ही अतीत की एक कहानी है और उसे पीछे छोड़ मौजूदा जिंदगी में वो कश्मीर (Kashmir) के एक स्कूल में बतौर टीचर काम कर रहे हैं. लेकिन यहां फर्क इतना है कि किसी कारण फिरदौस के स्कूल से हटने के बाद कबीर की यहां नियुक्ति होती है. इसलिए ऐसे में ये दोनों एक दूसरे से कभी नहीं मिले हैं. फिरदौस का किरदार ऐसा है जो अपनी जिंदगी आजादी से जीना चाहता है और हालत उसका साथ न देने के बावजूद वो कश्मीर के उस स्कूल में बच्चों को पढ़ाने में खुशी महसूस करती हैं. वहीं कबीर का किरदार ऐसा है जो फिरदौस के स्कूल से जाने के बाद बच्चों से घुलने-मिलने की कोशिशों में जुटा है और साथ ही अपनी जिंदगी को एक दिशा देना चाहता है. इसी कबीर को स्कूल के ड्रावर में छूटी फिरदौस की एक डायरी मिलती है जिसे पढ़ते-पढ़ते उसे फिरदौस की छवि से प्यार हो जाता है. ये डायरी ही फिरदौस और कबीर के प्यार की नींव रखती है. खास बात ये है कि फिरदौस और कबीर एक दूसरे से कभी नहीं मिले लेकिन फिल्म की कहानी ऐसा मोड़ लेती है जहां एक दूसरे से मिले बिना भी इन्हें प्यार हो जाता है. कश्मीर में सेट की गई इस रोमांटिक फिल्म की कहानी कुछ इस तरह से आगे बढ़ती है और अंत में एक बेहद खूबसूरत संदेश देती है.
अभिनय: इस फिल्म के साथ जहीर और प्रनूतन ने फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया है. लेकिन इन दोनों ने ही यहां अपने किरदार को बखूबी निभाया है. इनके किरदार में जो सादगी और मासूमियत है वहीं इनकी खासियत है और इसे इन्होंने काफी बढ़िया ढंग से निभाया है. फिल्म में जहीर और प्रनूतन का काम आपको खूब पसंद आएगा. इनके एक्सप्रेशन्स और इनकी पर्सनालिटी भी आपको इम्प्रेस करेगी.
म्यूजिक: फिल्म का म्यूजिक बेहद सुंदर है. क्योंकि ये एक रोमांटिक फिल्म है, इस फिल्म में म्यूजिक और गानों के बोल पर काफी बारीकी से काम किया गया है और इसके सॉन्ग्स आपको पसंद आएंगे. फिल्म का म्यूजिक और कश्मीर का लोकेशन, जब आप इसे बड़े पर्दे पर देखेंगे तो ये आपको एक विज्यूअल ट्रीट का अनुभव कराएगा. सलमान खान अपनी फिल्मों में म्यूजिक पर भी काफी ध्यान देते हैं और वाकई इस फिल्म का म्यूजिक भी शानदार ढंग से तैयार किया गया है.
फाइनल टेक: निर्देशक नितिन कक्कड़ इससे पहले 'फिल्मिस्तान' और 'मित्रों' जैसी फिल्में डायरेक्ट कर चुके हैं. इस बार अपनी फिल्म 'नोटबुक' में भी उन्होंने काफी बढ़िया निर्देशन किया है. कश्मीर के लोकेशन का यहां बढ़िया इस्तेमाल किया गया है. बॉलीवुड फिल्मों में हमने अब तक जिस तरह का कश्मीर देखा है, नितिन हमें यहां उससे एक अलग कश्मीर दिखाते हैं. फिल्म के सीन्स जहां दिल छू लेने वाले हैं वहीं कुछ सीन्स ऐसे हैं जो कुछ समय के लिए आपको दिल की धड़कन मानों तेज कर देंगे. फिल्म की खास बात ये है कि ये सिर्फ एक रोमांटिक फिल्म न रहकर अंत में बेहद खूबसूरत मैसेज भी देती है. कश्मीर के इलाके में सेट की गई इस फिल्म में निर्देशक ने बेहद सुंदर और सुरक्षित रूप से अपना संदेश दर्शकों तक है. हालांकि ये जहीर और प्रनूतन की पहली फिल्म है लेकिन इन कलाकारों के काम की भी सराहना करना लाजमी है क्योंकि आपको उनके किरदार से प्यार हो जाएगा. ओवरऑल बात करें तो ये एक खूबसूरत फिल्म है. ये आज की बॉलीवुड फिल्मों में दिखाई जानेवाली रोमांटिक फिल्मों से अलग है और यही इसकी खासियत भी है. ये फिल्म आपको प्यार और साथ ही मानवता का एहसास भी कराएगी. हमारी राय में आपको ये फिल्म एक बार जरूर देखनी चाहिए.