Sanjay Leela Bhansali: जाने माने फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली एक ऐसे प्रकाशक के रूप में खड़े हैं जिनकी दृष्टिकोण समान रूप से गहन संगीत विरासत से पूरित होती है. एक साल पहले, भंसाली ने अपने पहले नॉन-फिल्मी संगीत एल्बम, 'सुकून' की रिलीज़ के साथ सिल्वर स्क्रीन से परे अपने संगीत प्रदर्शन का विस्तार किया. आज, जब 'सुकून' अपनी पहली वर्षगांठ मना रहा है, यह न केवल भंसाली की संगीत विशेषज्ञता के प्रमाण के रूप में खड़ा है, बल्कि अपने आप में एक महान रचना के रूप में भी साबित हुआ है. Fighter Teaser Update: ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण स्टारर 'फाइटर' का टीजर कल इस वक्त होगा रिलीज, 25 जनवरी को सिनेमाघरों में दस्तक देगी फिल्म (Watch Video)
महान सिनेमाई कलाकारों में गिने जाने वाले संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म के साउंडट्रैक की आर्केस्ट्रा की भव्यता से हटकर एक नए संगीत उद्यम की शुरुआत की, जिसमें सोलफूल ग़ज़लों का एक संग्रह था, जो एक संगीतकार के रूप में भंसाली की बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित करता था.'सुकून' ने न केवल दिलों को मंत्रमुग्ध किया है, बल्कि सम्मानित CLEF म्यूजिक अवार्ड्स 2023 में तीन प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल करके आलोचकों की प्रशंसा भी हासिल की. इन प्रशंसाओं ने संगीत उद्योग पर एल्बम के प्रभाव को दोहराया, एक कलाकार के रूप में भंसाली की प्रतिष्ठा को मजबूत किया, जिनकी प्रतिभा सिनेमा के दायरे से परे फैली हुई है.
View this post on Instagram
'सुकून' एक संगीतमय ओडिसी है जो परंपरा और नवीनता का एक सहज मिश्रण है. ग़ज़ल एल्बम में नौ अलग-अलग गाने हैं, जिनमें से प्रत्येक अपने आप में एक उत्कृष्ट कृति है. राशिद खान, श्रेया घोषाल, अरमान मलिक, पापोन, प्रतिभा बघेल, शैल हदा और मधुबंती बागची सहित प्रसिद्ध कलाकारों ने, भंसाली के दृष्टिकोण को अपनी आवाज दी, भावनाओं की एक सिम्फनी बनाई जो गहराई से गूंजती है.