Lock Down In India: साल 2020 से लोगों को काफी उम्मीदें थी कि ये खुशहाली और समृद्धि लेकर आएगा. लेकिन जिस तरह से इस साल की शुरुआत के साथ ही भारत विवाद और महामारी से परेशान हैं उसे हर कोई दंग है. देश और दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते भारत में भी 21 दिनों के लॉक डाउन का आदेश दिया गया है. ऐसे में अब यहां भी लोगों के जीवन की रफ्तार धीमी हो गई है. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन(Amitabh Bachchan) ने इन हालातों को लेकर मजाकिया अंदाज में एक ट्वीट करके अपने फैंस से पूछा है कि क्या इस साल को डिलीट किया जा सकता है?
अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर लिखा, "क्या हम साल 2020 को डिलीट करके इसे नए वाले के साथ रिइनस्टॉल कर सकते हैं? ये वर्जन में वायरस है?"
T 3484 - " Can we please delete the 2020 year and then reinstall it anew ?
This version is with virus !" ~ Ef j
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) March 29, 2020
बिग बी (Big B) के इस ट्वीट पर एक यूजर ने मजेदार जवाब देते हुए कहा कि डोरेमोन (Doraemon) से पूछता हूं कि ऐसा कोई गैजेट है कि बड़के भैया पूछ रहे डिलीट करने.
Doremon Se Puchta Hu Aisa Koi Gadget hai Kya Badke bhaiyaa Puch Rahe Delete Karne.
— कbiर🇮🇳 (@mumbaichamulgaa) March 29, 2020
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बचाव और राहत कार्य के लिए कई सारे सेलिब्रिटीज ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री राहत कोष में पैसे दान दिए. इनमें अक्षय कुमार (Akshay Kumar), ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan), रजनीकांत (Rajinikanth) समेत अन्य कई नाम शामिल हैं. ऐसे में बिग बी से सवाल किया जा रहा था कि उन्होंने दान किया या नहीं?
T 3484 -एक ने दिया और कह दिया,कि दिया,
दूसरे ने दिया और कहा नहीं,कि दिया,
दूसरी श्रेणी में ही रहने दो मुझे ऐ प्रीयजन
जिसे मिला, वो क्या जाने किसने दिया; जानो उसका बस करुण क्रंदन।
इन हालातों में और क्या कहा जाए ,
जो जानें मुझे,जानें, मैं तो सदा स्वभाव से ही रहा हूँ कमसुख़न ! pic.twitter.com/0S8uRBOVIC
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) March 29, 2020
बिग बी ने इसपर अपनी एक पुरानी फोटो को शेयर करते हुए ट्वीट करके इसके जवाब में लिखा, "T 3484 -एक ने दिया और कह दिया,कि दिया, दूसरे ने दिया और कहा नहीं,कि दिया, दूसरी श्रेणी में ही रहने दो मुझे ऐ प्रीयजन जिसे मिला, वो क्या जाने किसने दिया; जानो उसका बस करुण क्रंदन। इन हालातों में और क्या कहा जाए , जो जानें मुझे,जानें, मैं तो सदा स्वभाव से ही रहा हूँ कमसुख़न !"