महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति लगातार गरमाती जा रही है. पहले कांग्रेस (Congress) ने लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) और सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के ट्वीट्स की जांच की मांग की. जिसके बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जांच के आदेश भी दे दिए. अब बीजेपी ने भी इस मुद्दे को उठाया है. उन्होंने सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर के खिलाफ जांच का विरोध किया हैं. इसके साथ सोनम कपूर, अनुराग कश्यप, फरहान अख्तर, परिणीति चोपड़ा, ऋतिक रोशन, अली फजल और स्वरा भास्कर के ट्वीटस के भी जांच की मांग की है. बीजेपी नेता राम कदम ने गृहमंत्री अनिल देशमुख को लेटर लिखा है. उन्होंने अपने लेटर में कांग्रेस की भाषा में लिखने वाले सेलेब्रिटीज के ट्वीट की जांच और भारत रत्नों के खिलाफ जांच के आदेश को वापस लेने की मांग की है.
राम कदम ने आरोप लगाया है कि सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर जैसे भारत रत्नों ने अपने काम से देश का नाम रोशन किया है. उनके ट्वीट के जांच के आदेश देकर महाराष्ट्र सरकार ने उनका अपमान किया है. जबकि वहीं सोनम कपूर, अनुराग कश्यप, फरहान अख्तर, परिणीति चोपड़ा, ऋतिक रोशन, अली फजल और स्वरा भास्कर के ट्वीटस की भाषा कांग्रेस की भाषा से कैसे मिल सकती हैं? इनके हैशटैग एक जैसे कैसे हो सकते हैं? ऐसे में क्या आप इनकी भी जांच महाराष्ट्र सरकार करेगी?
इस लेटर में आखिरी में मांग की गई है कि देश रत्नों के अभिव्यक्ति की आजादी का सम्मान करते हुए उनकी जांच कराने की मांग को वापस लिया जाए.
#कांग्रेस की भाषा मे लिखने वाले सेलेब्रिटीज़ के ट्वीट की जांच और #भारतरत्नों के खिलाफ जांच के आदेश को वापस लेने के संदर्भ मे @AnilDeshmukhNCP
को चिट्ठी #IndiaStandsTogether#IndiaRejectsPropaganda#IndiaAgainstPropoganda #JaiJawanJaiKisan pic.twitter.com/SVcIw3egKt
— Ram Kadam - राम कदम (@ramkadam) February 9, 2021
आपको बता दे कि ये पूरा मुद्दा तब उठा जब कांग्रेस ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन पर रिहाना के ट्वीट के बाद लता मंगेशकर, सचिन तेंडुलकर, समेत कई बड़ी हस्तियों ने जो ट्वीट किया था उसमें कई शब्द एक जैसे हैं. जबकि सायना नेहवाल और अक्षय कुमार का ट्वीट एक जैसा था.