फिल्म 'संजू' की वजह से संजय दत्त काफी समय से सुर्खियों में बने हुए हैं. इस फिल्म में संजय दत्त की जिंदगी से जुड़े कुछ अहम पहलुओं को दिखाया गया है. फिल्म के अच्छे प्रदर्शन करने के बावजूद भी कई लोगों को ऐसा लगा कि यह फिल्म संजय दत्त की इमेज को बदलने के लिए बनाई गई थी. संजय दत्त ने इस बारे में कहा था कि, "कौन किसी की छवि को सुधारने लिए 50 करोड़ रुपये इन्वेस्ट करेगा? मैंने फिल्म के मेकर्स को सब कुछ बताया था और उन्होंने फैसला लिया कि उन्हें क्या इस्तेमाल करना है." संजय दत्त ने यह भी बताया था कि बायोपिक का विचार उनकी पत्नी मान्यता दत्त का था और जब वह जेल में थे, तब उन्होंने राजकुमार हिरानी से इस बारे में बात की थी.
अब संजय दत्त ने डीएनए से बात करते हुए कहा है कि, "एक बंदूक ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी थी. अपने घर पर एक गन रखने के लिए मैंने भारी कीमत चुकाई है. प्लीज मेरा माफीनामा पढ़ें, मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं. मुझे आर्म्स एक्ट के तहत सजा दी गई थी. मैं भागा नहीं. मैं वापिस आया और अपनी गिरफ्तारी का सामना किया."
संजय दत्त ने यह भी कहा कि, "लोगों ने इस फिल्म की ऑनेस्टी की वजह से इसकी प्रसंशा की है."
माता-पिता के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए संजू बाबा ने कहा कि उनकी मां नरगिस का उनकी जिंदगी पर गहरा असर पड़ा था. उनके पिता सुनील दत्त बहुत स्ट्रिक्ट थे और उन्हें उनसे काफी उम्मीदें थी.