Groww IPO 2025: भारत के प्रमुख ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स (Billionbrains Garage Ventures) अब शेयर बाजार में अपनी एंट्री करने जा रही है. कंपनी का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) निवेशकों के लिए 4 नवंबर 2025 से खुलेगा और 7 नवंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा. इस आईपीओ के माध्यम से कंपनी कुल 6,632.3 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. इसमें से 1,060 करोड़ रुपये नए शेयर जारी करके जुटाए जाएंगे, जबकि 5,572.3 करोड़ रुपये का हिस्सा ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत मौजूदा निवेशकों द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेचकर जुटाया जाएगा. इस इश्यू के जरिए कंपनी को नई पूंजी मिलेगी, जिससे वह अपने विस्तार और विकास योजनाओं को आगे बढ़ा सकेगी, वहीं पुराने निवेशकों को भी अपने निवेश पर रिटर्न का अवसर मिलेगा.
प्राइस बैंड और इश्यू का विवरण
कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 95 रुपये से 100 रुपये प्रति शेयर तय किया है. यह इश्यू खुदरा (Retail) और संस्थागत (Institutional) दोनों तरह के निवेशकों के लिए आकर्षक माना जा रहा है, क्योंकि ग्रो कंपनी भारत के सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक प्लेटफॉर्म्स में से एक है.
इस आईपीओ में ऑफर फॉर सेल के तहत कई बड़े घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं. इनमें पीक XV पार्टनर्स इन्वेस्टमेंट्स VI-1 (Peak XV Partners Investments VI-1), वाईसी होल्डिंग्स II एलएलसी (YC Holdings II LLC), रिबिट कैपिटल V एलपी (Ribbit Capital V LP), जीडब्ल्यू-ई रिबिट अपॉर्च्युनिटी V एलएलसी (GW-E Ribbit Opportunity V LLC), इंटरनेट फंड VI पीटीई लिमिटेड (Internet Fund VI Pte Ltd), कॉफमैन फैलोज फंड एलपी (Kauffman Fellows Fund LP), अल्कियोन इनोवेशन मास्टर फंड II एलपी (Alkeon Innovation Master Fund II LP), प्रोपेल वेंचर पार्टनर्स ग्लोबल यूएस एलपी (Propel Venture Partners Global US LP), अल्कियोन इनोवेशन मास्टर फंड II प्राइवेट सीरीज़ एलपी (Alkeon Innovation Master Fund II Private Series LP) और सीक्वोया कैपिटल ग्लोबल ग्रोथ फंड III – यू.एस./इंडिया एनेक्स फंड एल.पी. (Sequoia Capital Global Growth Fund III – U.S./India Annex Fund, L.P) जैसे नाम शामिल हैं.
इन सभी दिग्गज निवेशकों की भागीदारी से यह साफ झलकता है, कि ग्रो का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बनने वाला है और इससे कंपनी को मजबूत पूंजी के साथ अपनी ग्रोथ योजनाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
फंड का उपयोग
कंपनी अपने आईपीओ से मिलने वाली राशि का उपयोग कई महत्वपूर्ण कार्यों में करने की योजना बना रही है. इस फंड का एक हिस्सा क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने और टेक्नोलॉजी अपग्रेड के लिए खर्च किया जाएगा, ताकि प्लेटफॉर्म की सेवाएं और भी तेज़ और सुरक्षित बन सकें. इसके अलावा, कंपनी अपने ब्रांड की पहचान बढ़ाने और मार्केटिंग गतिविधियों को विस्तार देने पर भी ध्यान देगी, जिससे अधिक से अधिक नए निवेशक प्लेटफॉर्म से जुड़ सकें.
साथ ही, कंपनी अपनी दो प्रमुख सहायक कंपनियों में निवेश करेगी ताकि उनके संचालन को भी मजबूती मिल सके. इसके अलावा, ग्रो भविष्य में नए अधिग्रहण (Acquisitions) करने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने के लिए भी इस पूंजी का उपयोग करेगी.
इस तरह, आईपीओ से जुटाई गई राशि कंपनी के विस्तार, तकनीकी सुधार और बाजार में अपनी स्थिति और मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी.
लॉट साइज और निवेश का नियम
ग्रो के आईपीओ में निवेश करने के लिए रिटेल निवेशक (Retail Investors) कम से कम एक लॉट, यानी 150 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद वे 150 के गुणक में और अधिक लॉट के लिए भी निवेश कर सकते हैं. इसका मतलब है कि अगर कोई निवेशक ज्यादा निवेश करना चाहता है, तो वह 300, 450 या 600 शेयरों जैसे लॉट्स में आवेदन कर सकता है.
इस आईपीओ में 75% हिस्सा योग्य संस्थागत निवेशकों (QIBs) के लिए आरक्षित है, जबकि 10% हिस्सा रिटेल निवेशकों को और 15% हिस्सा गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) को दिया गया है. इस तरह का वितरण यह सुनिश्चित करता है, कि बड़े संस्थागत निवेशकों के साथ-साथ आम निवेशकों को भी इस आईपीओ में भाग लेने का उचित मौका मिले.
आईपीओ की महत्वपूर्ण तारीखे
| इवेंट | तारीख |
| सब्सक्रिप्शन पीरियड | 4 नवंबर – 7 नवंबर 2025 |
| अलॉटमेंट की तारीख | 10 नवंबर 2025 |
| रिफंड की शुरुआत | 11 नवंबर 2025 |
| शेयर क्रेडिट इन डिमैट अकाउंट | 11 नवंबर 2025 |
| लिस्टिंग की संभावित तारीख | 12 नवंबर 2025 |
कंपनी के बारे में
बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स जो कि ग्रो की पैरेंट कंपनी है, एक डायरेक्ट-टू-कस्टमर डिजिटल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म के रूप में काम करती है. यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को शेयर, डेरिवेटिव्स, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय उत्पादों में आसानी से निवेश करने की सुविधा प्रदान करता है.
ग्रो ने बहुत ही कम समय में भारत के डिजिटल निवेश बाजार में अपनी मजबूत पहचान बनाई है. खास बात यह है कि यह प्लेटफॉर्म युवा निवेशकों (Young Investors) के बीच बेहद लोकप्रिय है, क्योंकि यह आसान इंटरफेस, कम चार्ज और पारदर्शी सेवाओं के जरिए निवेश को सरल और सुलभ बनाता है.
आज ग्रो भारत के उन चुनिंदा फिनटेक प्लेटफॉर्म्स में शामिल है, जिसने देश में निवेश की दिशा और सोच - दोनों को बदलने में अहम भूमिका निभाई है.
ग्रे मार्केट प्रीमियम
रिपोर्ट्स के अनुसार, ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स के अनलिस्टेड शेयर 110 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं. इसका मतलब है, कि इश्यू प्राइस 100 रुपये के मुकाबले ये शेयर 10 रुपये यानी करीब 10% प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं.
यह स्थिति इस ओर संकेत करती है, कि लिस्टिंग के दिन निवेशकों को मामूली मुनाफा (Moderate Listing Gain) देखने को मिल सकता है. ग्रो का आईपीओ बाजार में काफी चर्चा में है, क्योंकि यह भारत के तेजी से उभरते फिनटेक और डिजिटल इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म सेक्टर में एक अग्रणी नाम बन चुका है.
हालांकि, वर्तमान में ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में हल्का उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. ऐसे में निवेशकों को बाजार की मौजूदा स्थिति, जोखिम स्तर और अपने वित्तीय लक्ष्यों का मूल्यांकन करते हुए ही निवेश का निर्णय लेना चाहिए.













QuickLY