नयी दिल्ली, 15 सितंबर आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को कहा कि वह किसानों से संबंधित तीन विधेयकों का संसद में विरोध करेगी। पार्टी ने दावा किया कि ये तीनों विधेयक कृषि क्षेत्र के निजीकरण की दिशा में एक कदम है।
आप के सांसद भगवंत मान और विधायक जरनेल सिंह ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध करेगी।
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मान ने दावा किया, ‘‘ये विधेयक वास्तविकता में किसानों की जिंदगी तबाह कर देंगे। ये कृषि क्षेत्र के निजीकरण की दिशा में एक कदम है। न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएंगे और वे निजी हाथों को खुली छूट दे देंगे।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने इससे पहले बैंकों, भारतीय जीवन बीमा निगम, रेल का निजीकरण किया अब उनकी नजर कृषि भूमि पर है। उन्होंने कहा, ‘‘देश भर के किसान उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी लोकसभा और राज्यसभा में इन तीनों विधेयकों का विरोध करेगी ओर किसानों के हित में खडा होगी।’’
संसद में आप के चार सदस्य हैं। मान लोकसभा से हैं कि जबकि पार्टी के तीन सदस्य राज्यसभा से हैं।
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