लखनऊ, 16 सितंबर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बुधवार को कहा कि 'अब्बा जान' कोई असंसदीय शब्द नहीं है और मुस्लिम वोट की चाहत रखने वाले लोगों को आखिर इस शब्द से परहेज क्यों है. मुख्यमंत्री ने एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में ‘अब्बा जान’ शब्द के इस्तेमाल पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर कहा ,‘‘मैंने किसी का नाम नहीं लिया. उन्हें मुस्लिम वोट तो चाहिए पर इस शब्द से परहेज क्यों है. क्या यह असंसदीय शब्द है? नहीं ऐसा बिल्कुल नहीं है और किसी को भी इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए.’’" इस सवाल पर कि आखिर अब्बा जान कहकर वह क्या संदेश देना चाहते हैं, योगी ने कहा,‘‘संदेश बहुत स्पष्ट है और लोग समझ रहे हैं.’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब अखिलेश सत्ता में थे तब उनके पास समय नहीं था. वह पूर्वान्ह 11 बजे सोकर उठते थे और दो घंटे बाद नहाते थे. दोपहर का भोजन करने के बाद 10 मिनट के लिए दफ्तर जाते थे और अपने दोस्तों के साथ व्यस्त रहते थे. ऐसी हालत में वह उत्तर प्रदेश के 22-24 करोड़ लोगों की अगुवाई नहीं कर सकते थे.’’
अयोध्या में विकास के नाम पर गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलवाने के अखिलेश के आरोपों का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने किसी भी गरीब के घर पर बुलडोजर नहीं चलवाया है, दरअसल जिन लोगों ने भ्रष्टाचार और अतिक्रमण करके धन कमाया, उनके खिलाफ यह सरकार कार्रवाई कर रही है ऐसे में, दर्द उन्हीं को हो रहा है जिनके राज में गुंडे और माफिया शासन करते थे. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ इसके निर्माण की लागत 11800 करोड रुपए थी जबकि अखिलेश की सरकार में इसकी लागत 15200 रुपये बताई गई थी. आखिर यह बढ़ा हुआ पैसा किसकी जेब में जा रहा था. ’’ मुख्यमंत्री ने कहा वर्ष 1947 से 2017 तक राज्य में सिर्फ दो एक्सप्रेसवे बनाए गए जबकि पिछले साढे चार साल के दौरान भाजपा सरकार ने पांच एक्सप्रेसवे बनाए हैं.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन में सुधार करना कांग्रेस का एजेंडा कभी नहीं रहा, जिसने उत्तर प्रदेश पर सबसे ज्यादा समय तक शासन किया. भाजपा नेता ने कहा कि सपा का भी विकास का कोई एजेंडा नहीं है जबकि बसपा अध्यक्ष ने खुद यह स्वीकार किया था कि वह अब अपनी मूर्तियां नहीं लगाएंगी और दोबारा सत्ता में आने पर प्रदेश के विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास/लोकार्पण करेंगे. उत्तराखंड और गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश में भी नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर योगी ने कहा, ‘‘भाजपा एक लोकतांत्रिक दल है. यह देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. हमारा मानना है कि पार्टी किसी व्यक्ति से बड़ी होती है और देश पार्टी से बड़ा होता है. भाजपा किसी परिवार या खानदान की पार्टी नहीं है. मैं आज प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं और कल एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह भी काम कर सकता हूं. यहां पद नहीं बल्कि व्यक्ति का कार्य ही उसे महत्वपूर्ण बनाता है.’’ उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने के सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के दावे के बारे में पूछे जाने पर योगी ने कहा, ‘‘अखिलेश को गिनती नहीं आती है. यह भी पढ़ें : Maharashtra: नांदेड प्रशासन का शुक्रवार को कोविड-19 रोधी टीके की 75,000 खुराक देने का लक्ष्य
उन्होंने या तो ट्विटर देखा होगा या फिर उनकी टीम के सर्वे में यह बताया गया होगा कि वह 400 सीटों पर पीछे चल रहे हैं. अखिलेश जिस तरह से बात करते हैं उससे उनकी हताशा जाहिर होती है. वह अधिकारियों को धमका रहे हैं लेकिन जनता उन्हें जवाब देने के लिए तैयार है.’’ सपा अध्यक्ष अखिलेश और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन पर कटाक्ष करते हुए योगी ने कहा, ‘‘कुछ लोग पप्पू और बबुआ ही बने रहेंगे. उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा 403 में से 350 से ज्यादा सीटें जीतेगी.’’ इस सवाल पर कि उत्तर प्रदेश के चुनावी इतिहास में कोई भी मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं चुना गया, योगी ने कहा,‘‘मैं वापस आ रहा हूं. पिछले 35 वर्षों में जो नहीं हुआ वह अगले साल होगा.’’ असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतरने के बारे में पूछे जाने पर योगी ने हैदराबाद की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘ओवैसी भाग्य नगर से आए हैं और वह अपना भाग्य आजमाने के लिए स्वतंत्र हैं.’’ आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रवाद और विकास ही उनका एजेंडा होगा.