जरुरी जानकारी | तोमर ने मध्यप्रदेश के किसानों के लिए इफको की नैनो यूरिया से भरा ट्रक रवाना किया

नयी दिल्ली, चार जुलाई कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने रविवार को मध्यप्रदेश के किसानों के लिए इफको की नैनो यूरिया से लदे एक ट्रक को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए रवाना किया।

गत 31 मई को इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) ने तरल रूप में दुनिया का पहला 'नैनो यूरिया' पेश किया था। इसका उत्पादन जून में शुरू हो गया।

यह इफको द्वारा पेटेंट की गयी प्रौद्योगिकी है जिसका विकास गुजरात के नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर में किया गया है। इफको ने नैनो यूरिया की कीमत 240 रुपए प्रति बोतल रखी है। इसकी कीमत पारंपरिक यूरिया की एक बोरी की कीमत से 10 प्रतिशत कम है।

इफको ने एक बयान में कहा कि 75 टन यूरिया से लदा ट्रक गुजरात के कलोल स्थित उसके संयंत्र से मध्यप्रदेश के जबलपुर के लिए रवाना कर दिया गया।

तोमर ने मध्य प्रदेश के लिए ट्रक रवाना करने के बाद कहा, "मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि इफको ने 'मेक इन इंडिया' प्रक्रिया का पालन करते हुए यह नवोन्मेषी उत्पाद विकसित किया है। इससे ना केवल किसानों की आय बढ़ाने में बल्कि रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल कम करने में भी मदद मिलेगी। और इस तरह से हमारे पर्यावरण एवं पृथ्वी को बेहतर बनाने में भी मदद मिलेगी।"

इफको के प्रबंध निदेशक यू एस अवस्थी ने कहा कि आधे लीटर की नैनो यूरिया बोतल फसलों पर असर के मामले में यूरिया की एक बोरी के बराबर या बेहतर ही है।

उन्होंने कहा, "अपने छोटे आकार की वजह से यह किसानों द्वारा दुर्गम क्षेत्रों में इस्तेमाल के लिहाज से भी सुविधाजनक है।"

अवस्थी ने साथ ही बताया कि इंटरनेशनल कोऑपरेटिव अलायंस के तहत ब्राजील, अर्जेंटीना और कुछ अन्य देशों में भी नैनो यूरिया के उत्पादन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।

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