विदेश की खबरें | इमरान खान की पार्टी के प्रस्तावित प्रदर्शन से पहले इस्लामाबाद में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस्लामाबाद, 24 नवंबर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ की ओर से इस्लामाबाद में प्रस्तावित प्रदर्शन के मद्देनजर सरकार ने रविवार को सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

इमरान खान की पार्टी ने जनता से ‘‘गुलामी की बेड़ियों को तोड़ने’’ के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।

पाकिस्तान सरकार ने खान की पार्टी के प्रदर्शन को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात करना, प्रमुख सड़कों को अवरुद्ध करना और राजधानी के चारों ओर अवरोधक लगाना शामिल है।

देश के गृह मंत्रालय ने बताया कि अदालत के आदेश के अनुसार, इस्लामाबाद में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन या धरने की अनुमति नहीं दी जाएगी तथा लोक व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

खान ने एक बयान में जनता से इस प्रदर्शन के लिए एकजुट होने का आग्रह किया तथा इसे स्वतंत्रता एवं न्याय के लिए एक आंदोलन करार दिया।

जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, खान की पार्टी के नेताओं ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास पर रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें प्रदर्शन करने के लिए रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।

खबर में बताया गया कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने कहा कि वह प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियों का जायजा लेने और इस्लामाबाद तक पार्टी के मार्च का नेतृत्व करने के लिए स्वाबी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने मार्च में शामिल होने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं को स्वाबी पहुंचने का भी निर्देश दिया है।

खान की पार्टी दो महीने में दूसरी बार प्रदर्शन करने जा रही है। प्रदर्शन स्थगित करने के सरकार के आह्वान को नजरअंदाज करते हुए पार्टी ने इस्लामाबाद की ओर बढ़ने की घोषणा की है।

खान की पार्टी ने अपनी तीन मांगों को लेकर इस्लामाबाद तक मार्च करने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी। पार्टी जेल में बंद खान और अन्य नेताओं को रिहा करने, आठ फरवरी के चुनावों में पार्टी की जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने की मांग कर रही है। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था।

इस बीच, खान की पत्नी बुशरा बीबी ने इस प्रदर्शन में शामिल न होने का फैसला किया है, लेकिन वह खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री आवास से मार्च पर निगरानी बनाए रखेंगी।

इस्लामाबाद की संघीय सरकार ने प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। इसने कई प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया है और ‘रेड जोन’ की ओर जाने वाले मार्गों को अवरुद्ध कर दिया है। इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण सरकारी इमारतें स्थित हैं।

श्रीनगर राजमार्ग, जीटी रोड और एक्सप्रेसवे सहित पूरे शहर में मार्गों पर कंटेनर रख दिए गए हैं, जिससे डी-चौक, इस्लामाबाद हवाई अड्डे और न्यू मर्गल्ला रोड पर ए-11 प्वाइंट क्षेत्रों में आसानी से नहीं पहुंचा जा सकता है।

इस्लामाबाद में निगरानी करने के लिए पुलिस और ‘फ्रंटियर कांस्टेबुलरी’ (एफसी) के साथ-साथ रेंजर्स को भी तैनात किया गया है। संघीय सरकार ने कहा कि किसी को भी न्यायिक आदेशों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

पाकिस्तान से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान रेलवे ने खान की पार्टी के प्रदर्शन के मद्देनजर लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर के बीच सभी ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा 24 नवंबर, रविवार के लिए सभी 25 ट्रेन की बुकिंग भी रद्द कर दी है। रेलवे ने कहा कि यात्रियों को उनकी टिकट का पैसा तुरंत वापस कर दिया जाएगा।

इस्लामाबाद में 18 नवंबर से धारा 144 लागू है, जिसके तहत लोग एकत्र नहीं हो सकते। दूसरी ओर, पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत विरोध प्रदर्शन, जन सभाएं, रैलियां और धरने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

कड़ी सुरक्षा और प्रतिबंधों के बावजूद, पार्टी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने पर अड़ी हुई है।

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