देहरादून, 22 जून उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए धन की कमी नहीं होने दी जायेगी।
रावत ने कोविड-19 के मद्देनजर सोमवार को नैनीताल, उधमसिंह नगर और पिथौरागढ़ जिलों को क्रमश: तीन करोड़, ढाई करोड़ और दो करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत करते हुए कहा कि भविष्य में भी महामारी से निपटने के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी।
यह भी पढ़े | तमिलनाडु के सीएम के पलानीस्वामी का कोरोना टेस्ट आई नेगेटिव: 22 जून 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, तीनों जिलों को यह धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत की गयी है। मुख्यमंत्री इससे पहले भी कोविड-19 की रोकथाम और पीड़ितों के इलाज के साथ ही पृथक केन्द्रों की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए नैनीताल एवं ऊधम सिंह नगर को तीन—तीन करोड़ रुपये तथा पिथौरागढ़ को दो करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को उनकी अपेक्षा अनुसार धनराशि की व्यवस्था की गई है और इसके लिये भविष्य में भी धनराशि की कमी नहीं होने दी जायेगी।
मुख्यमंत्री रावत ने सभी जिलाधिकारियों को उनके जनपदों में बाहर से आने वाले लोगों की आवश्यक मदद करने एवं पृथक केन्द्रों में बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं ताकि लोगों को कोई कठिनाई न हो।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को इस महामारी से निपटने के लिये आवश्यक धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि विभाग को 25 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी जिसमें से 10 करोड़ रुपये पहले उपलब्ध कराए गए थे और अब शेष 15 करोड़ रुपये की धनराशि भी उपलब्ध करा दी गयी है।
रावत ने कहा कि वैश्विक आपदा के समय अपने गांव लौटे लोगों को आवश्यक सहयोग एवं सुविधा उपलब्ध कराने के लिये जिलाधिकारियों के माध्यम से पूर्व में सभी ग्राम प्रधानों को 10-10 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई थी।
दीप्ति
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)