भुवनेश्वर, छह दिसंबर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती बीजू जनता दल सरकार के दौरान सरकारी भर्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं और लाखों रुपये में नौकरियां बेची गईं।
माझी ने विधानसभा में ओडिशा सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) विधेयक, 2024 पेश करते हुए यह आरोप लगाया।
विपक्षी दल बीजद ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को गलत बयानबाजी करके लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए और आरोप साबित करना चाहिए।
माझी ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान सरकारी नौकरियों की चयन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था।
उन्होंने दावा किया, "सरकारी नौकरियां लाखों रुपये में बेची गईं और सरकार चुपचाप देखती रही।"
यह विधेयक विधानसभा में ध्वनिमत से पारित किया गया।
एक वीडियो संदेश में विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने मुख्यमंत्री के बयानों की निंदा की।
उन्होंने कहा कि उन्हें गलत बयान देकर लोगों को गुमराह करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मुख्यमंत्री इस तरह का बयान दे रहे हैं।"
मलिक ने मुख्यमंत्री को अपने आरोप साबित करने की चुनौती दी।
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