Amethi Shooting Case: अमेठी गोलीकांड पीड़ितों के शव रायबरेली स्थित पैतृक गांव पहुंचे, पिता ने राहुल गांधी से फोन पर बात की
Rahul Gandhi | Photo- ANI

रायबरेली, 4 अक्टूबर : अमेठी गोलीकांड के पीड़ितों के शव शुक्रवार को सुबह दलित परिवार के पैतृक गांव पहुंचे, जहां कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने शोक संतप्त परिजनों की विपक्ष के नेता राहुल गांधी से फोन पर बात कराई. सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (35), उनकी पत्नी पूनम (32) और दंपति की दो बेटियों दृष्टि (6) और सुनी (1) की बृहस्पतिवार शाम अमेठी के अहोरवा भवानी इलाके में उनके किराए के घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना में उस व्यक्ति का हाथ होने का संदेह है, जिसके खिलाफ पूनम ने अगस्त में पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. शुक्रवार को सुबह करीब नौ बजे अमेठी में पोस्टमार्टम के बाद शव रायबरेली के ऊंचाहार इलाके के सुदामापुरी गांव लाए गए. गांव में मातम पसरा है, और परिवार के सदस्य, रिश्तेदार शवों को देखकर विलाप कर रहे हैं. सुनील के पिता राम गोपाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से फोन पर बात की, जो रायबरेली से लोकसभा सांसद भी हैं. अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा ने बातचीत में मदद की.

सोशल मीडिया पर जारी वीडियो के अनुसार, राम गोपाल ने गांधी से करीब तीन मिनट तक बात की और अपनी आपबीती सुनाई. बाद में शर्मा ने कहा, "मैं कल से लगातार परिवार के संपर्क में हूं. पिता ने पूर्व में की गई एफआईआर के बारे में बताया. मैंने अमेठी के डीएम से बात की है और मामले की सभी पहलुओं से जांच करने को कहा है. पुलिस जांच पूरी होने दीजिए." शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि यह घटना राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का उदाहरण है. उन्होंने कहा कि सरकार अच्छी कानून व्यवस्था का दावा करके अपनी पीठ थपथपाती रहती है, लेकिन अगर ऐसा है तो ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? सांसद शर्मा ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को घटना और स्थिति से अवगत कराया जिसके बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें गांव जाने को कहा. उनके अनुसार, ‘‘घटना मेरे निर्वाचन क्षेत्र में हुई और पीड़ित राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र के मूल निवासी थे. दोनों निर्वाचन क्षेत्र गांधी परिवार से जुड़े हैं. उन्होंने (राहुल गांधी ने) मुझे यहां आने का निर्देश दिया और मैं यहां हूं." यह भी पढ़ें : चिकित्सक मामला: विनीत गोयल पर प्राथमिकी दर्ज करने संबंधी याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को शोक संतप्त लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि यह कृत्य "अक्षम्य" है, जबकि विपक्ष ने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया. शुरुआती पुलिस जांच में पता चला है कि पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली में चंदन वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत और उत्पीड़न के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. अमेठी के पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा था कि इस बात की जांच की जा रही है कि हत्याएं इस मामले से जुड़ी हैं या नहीं.