चेन्नई, 24 दिसंबर : तमिलनाडु में द्रविड़ कषगम (डीके) के संस्थापक ‘पेरियार’ ई वी रामासामी की रविवार को 50वीं पुण्यतिथि मनाई गई. इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. ‘आत्म सम्मान’ आंदोलन के जनक माने जाने वाले और तर्कशास्त्री पेरियार का जन्म 17 सितंबर 1889 को हुआ और उन्होंने सामाजिक समता के लिए संघर्ष किया.
उनका निधन 24 दिसंबर, 1973 को हुआ. मई 2021 में सत्ता संभालते ही द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) ने घोषणा की कि पेरियार की जयंती हर साल तमिलनाडु में ‘सामाजिक न्याय दिवस’ के रूप में मनाई जाएगी. राज्य की प्रगति में पेरियार के ‘आत्म सम्मान’ आन्दोलन की प्रमुख भूमिका थी. इस आंदोलन ने वंचित जातियों के लोगों को अपने हक के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित किया जिसने दमनकारी सामाजिक व्यवस्था को काफी हद तक बदल दिया. यह भी पढ़ें : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने डब्ल्यूएफआई के निलंबन को ढोंग करार दिया
कांग्रेस पार्टी ने भी इस अवसर पर पेरियार को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस पार्टी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘हम द्रविड़ आंदोलन के जनक 'पेरियार' ई वी रामासामी को उनकी पुण्य तिथि पर अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उन्होंने आत्म-सम्मान आंदोलन चलाया जिसका उद्देश्य तमिल पहचान की मुक्ति, जाति प्रथा का उन्मूलन और एक तर्क आधारित समाज की स्थापना करना था.’’