अलूर, पांच जुलाई कप्तान शिवम मावी (43 रन देकर चार विकेट) की अगुआई में मध्य क्षेत्र के गेंदबाजों ने बुधवार को यहां दलीप ट्राफी सेमीफाइनल के पहले दिन पश्चिम क्षेत्र के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को बड़ी पारियां खेलने से महरूम कर स्टंप तक उसे आठ विकेट पर 216 रन ही बनाने दिये।
पश्चिम क्षेत्र के लिए एकमात्र बल्लेबाज अतीत सेठ ही डटकर खेले जिन्होंने 129 गेंद में 74 रन की संयमित पारी खेली।
पश्चिम क्षेत्र को चेतेश्वर पुजारा, सूर्यकुमार यादव, पृथ्वी साव और सरफराज खान की मौजूदगी से मुकाबले में प्रबल दावेदार माना जा रहा था और शायद यही कारण था कि टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
पर केएससीए ओवल में बादलों भरे आसमान में उसका कोई भी बल्लेबाज टीम की इच्छानुसार रन नहीं बना सका।
पृथ्वी साव और कप्तान प्रियांक पंचाल ने अच्छी शुरुआत की और भाग्य ने भी उनका अच्छा साथ दिया। साव को 16 रन पर जीवनदान मिला जब तेज गेंदबाज यश ठाकुर की गेंद पर विवेक सिंह ने उनका कैच छोड़ दिया।
मध्य क्षेत्र के बायें हाथ के स्पिनर सौरभ कुमार ने साव का विकेट झटक लिया जिनका कैच सिली प्वाइंट पर ध्रुव जुरेल ने लपका। सौरभ ने पूर्वी क्षेत्र के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में आठ विकेट लिये थे।
इसके बाद लगातार अंतराल पर विकेट गिरने का सिलसिला शुरु हुआ। सूर्यकुमार यादव को भी सात रन पर जीवनदान मिला जब विवेक ने मैच का दूसरा कैच छोड़ा और इस बार गेंदबाज शिवम मावी थे।
पर सूर्यकुमार इस मौके का फायदा नहीं उठा सके और अगली ही गेंद पर स्लिप में जुरेल को कैच देकर आउट हो गये।
पिछले तीन घरेलू सत्र में काफी रन जुटाने वाले सरफराज खान से काफी उम्मीदें थीं लेकिन वह खाता भी नहीं खोल सके। वह 12 गेंद ही खेल पाये थे कि मावी की गेंद उनके स्टंप उखाड़ गयी।
पुजारा ने 102 गेंद में 28 रन बना लिये थे और वह लंबी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन 49वें ओवर में मावी ने उनकी पारी का अंत कर दिया जिससे पश्चिम क्षेत्र का स्कोर छह विकेट पर 110 रन हो गया। पहली स्लिप में अमनदीप खरे ने उनका कैच लिया।
मध्य के दबदबे के बीच आवेश खान और रिंकू सिंह कैच लेने के चक्कर में एक दूसरे से टकरा गये जो सेठ ने खेला था।
आवेश खान ने फिर दिन में गेंदबाजी नहीं की और रिंकू की दिन में भागीदारी भी सीमित ही रही।
आवेश खान के गेंदबाजी नहीं करने से मध्य क्षेत्र की गेंदबाजी की धार थोड़ी कम हुई और सेठ ने धमेंद्रसिंह जडेजा के साथ मिलकर इसका फायदा उठाया।
इन दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए करीब 25 ओवर तक 73 रन की भागीदारी ने मध्य क्षेत्र के गेंदबाजों को थोड़ी देर तक शांत कर दिया। आखिर में इस साझेदारी का अंत सारांश जैन ने जडेजा को पवेलियन भेजकर किया।
मावी ने जल्द ही सेठ को आउट कर दिया और उनका कैच जुरेल ने लपका।
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