मुंबई, सात अक्टूबर शेयर बाजारों में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी रही। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, बैंक और आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी के साथ बाजार में मजबूती आयी।
अमेरिका में चुनाव पूर्व प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद को झटका लगने के बाद वैश्विक बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स गिरावट के साथ खुला। लेकिन बाद में इसमें तेजी आयी और अंत में 304.38 अंक यानी 0.77 प्रतिशत मजबूत होकर 39,878.95 अंक पर बंद हुआ।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 76.45 अंक यानी 0.66 प्रतिशत मजबूत होकर 11,738.85 अंक पर पहुंच गया।
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पिछले पांच सत्रों में सेंसेक्स 1,905.73 अंक मजबूत हो चुका है जबकि निफ्टी में 516.45 अंक तेजी आयी है।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में टाइटन रही। इसमें 4.44 प्रतिशत की तेजी आयी। टाटा समूह की कंपनी ने कहा कि उसका कारोबार चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में आभूषण इकाई की अगुवाई में सामान्य स्तर पर आ गया है। इससे कंपनी के शेयर में तेजी आयी।
सूचकांक में दखल रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2.13 प्रतिशत मजबूत हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक दिन पहले मंगलवार को कहा कि उसकी खुदरा इकाई में अबु धाबी इनवेस्टमेंट ऑथरिटी 1.20 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिये 5,512.50 करोड़ रुपये निवेश किया है। इससे कंपनी का शेयर मजबूत हुआ।
इसके अलावा बजाज ऑटो, मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट में अच्छी तेजी रही।
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का शेयर तिमाही परिणाम से पहले 0.78 प्रतिशत मजबूत हुआ।
दूसरी तरफ, जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उनमें बजाज फाइनेंस, पावरग्रिड, टाटा स्टील, एनटीपीसी, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व शामिल हैं। इनमें 4.12 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।
वैश्विक मोर्चे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद वाल स्ट्रीट में कल गिरावट रही। उन्होंने कहा कि वह अगले महीने होने वाले चुनाव तक प्रोत्साहन पैकेज पर डेमोक्रेटिक सांसदों के साथ बातचीत को रद्द कर रहे हैं।
हालांकि एशिया के अन्य बाजारों और यूरोपीय बजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला।
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के इक्विटी शोध मामलों के अध्यक्ष पारस बोथरा ने कहा, ‘‘भारत के सेवा क्षेत्र के स्थिर होने और वित्तीय परिणाम को लेकर उम्मीद से बाजार में तेजी बनी रही। एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, टाइटन जैसी कंपनियों के लिये कारोबारी खबरें अच्छी हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोविड-19 राहत पैकेज पर डेमोक्रेट सांसदों के साथ बातचीत छोड़ने के बाद निवेशक सतर्क दिखें। बैंक, आईटी, वाहन और दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों के प्रति आकषर्ण दिखा जबकि धातु, औषधि और रीयल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिली।’’
उधर, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41.97 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
विदेशी विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे मजबूत होकर 73.33 पर बंद हुआ।
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