जयपुर, 14 अक्टूबर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति के साथ है और मानवीय दृष्टिकोण के साथ राहत उपलब्ध करवाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसी आपदा में न्यूनतम जनहानि तथा अधिकतम राहत सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की 23वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में अतिवृष्टि से कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी परंतु उचित प्रबंधन से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि अतिवृष्टि से खराब हुए फसलों से प्रभावित किसानों की उचित गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिलाने का काम किया जा रहा है। उसमें कीा गया, बारिश से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने तथा उचित मुआवजा दिलाने के लिए पटवारी, कृषि पर्यवेक्षक एवं सर्वेक्षकों की टीम लगातार काम कर रही है।
बैठक में बताया गया कि बारिश से फसल खराब होने से जुड़े 1.5 लाख दावों में से 40 हजार का सर्वे किया जा चुका है और बाकी भी जल्दी पूरा कर मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
बैठक में तय हुआ कि बारिश के कारण जिन किसानों की सरसों की फसल खराब हुई है उन्हें सरसों के बीज के 1.17 लाख मिनीकिट नि:शुल्क दिए जाएंगे।
बैठक में बताया गया कि राज्य में पिछले तीन साल में किसानों को 16 हजार करोड़ रुपए के बीमा दावा का भुगतान किया गया है।
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