नयी दिल्ली, 11 दिसंबर पूर्वोत्तर के छह पत्रकारों को दिवंगत कल्याण बरुआ की स्मृति में स्थापित उत्कृष्टता पुरस्कार से बुधवार को सम्मानित किया गया।
बरुआ का निधन कोविड महामारी के दौरान हो गया था।
यह पुरस्कार समारोह असम निवासी और दिल्ली में पत्रकारिकता से ख्याति पाने वाले दिवंगत पत्रकार बरुआ की स्मृति में ‘नॉर्थ ईस्ट मीडिया फोरम’ (एनईएमएफ) और ‘माई होम इंडिया’ ने संयुक्त रूप से आयोजित किया।
बरुआ पत्रकारिकता पुरस्कार के दूसरे संस्करण में स्वतंत्र रूप से काम करने वाली पत्रकार मुबीना अख्तर को ‘प्रिंट मीडिया’ श्रेणी में तथा ‘प्रतिदिन टाइम्स’ की मृदुसमंता बरुआ को ‘इलेक्ट्रॉनिक मीडिया’ श्रेणी में सम्मानित किया गया।
डिजिटल मीडिया श्रेणी में ‘इम्फाल रिव्यू ऑफ आर्ट्स एंड पॉलिटिक्स’ की क्षेत्रीमयुम चित्रभानु देवी को पुरस्कार मिला, जबकि वरिष्ठ पत्रकार किशोर सेराम को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
‘असम ट्रिब्यून’ की फरहाना अहमद को मानव तस्करी और जबरन पलायन संबंधी उनकी खबरों के लिए ‘प्रिंट मीडिया’ श्रेणी में विशेष उल्लेख पुरस्कार मिला जबकि अपरमिता दास को यही पुरस्कार ‘स्टिल फोटोग्राफी’ श्रेणी में मिला।
कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय विदेश एवं कपड़ा राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने कहा कि दिवंगत कल्याण बरुआ ने ईमानदारी, समर्पण और अटूट प्रतिबद्धता के साथ राष्ट्रीय मंच पर असम और पूर्वोत्तर की आवाज का प्रतिनिधित्व किया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राष्ट्रीय सचिव और ‘माई होम इंडिया’ के संस्थापक सुनील देवधर ने कहा कि कल्याण बरुआ पुरस्कार जैसे सम्मान नवोदित पत्रकारों को समर्पण के साथ काम करने और पूर्वोत्तर के विकास में योगदान देने के लिए निश्चित रूप से प्रोत्साहित करेंगे।
यह पुरस्कार समारोह दिवंगत कल्याण बरुआ की जयंती के अवसर पर आयोजित किया जाता है। वह 27 वर्षों से अधिक समय तक ‘असम ट्रिब्यून’ से जुड़े रहे थे। बरुआ और उनकी पत्नी नीलाक्षी भट्टाचार्य का 2021 में कोविड के कारण निधन हो गया था।
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