
Jawan Breaks Records: अभिनेता शाहरुख खान अभिनीत ‘जवान’ बृहस्पतिवार सुबह श्रीनगर से लेकर चेन्नई तक के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई. शाहरुख खान की जवान को फैंस खूब प्यार दे रहे हैं. फैंस से मिल रहे भर-भरकर प्यार के लिए शाहरुख खान ने सभी को थैंक्यू बोला है. यह फिल्म हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज़ हुई है और इसका निर्देशन दक्षिण के फिल्मकार एटली ने किया है. फिल्म की रिलीज़ को लेकर प्रशंसकों में खासा उत्साह है और इस मौके पर उन्होंने ढोल नगाड़ों और पटाखे जलाकर फिल्म की रिलीज़ का जश्न मनाया.
फिल्म जवान की कहानी
फिल्म की शुरुआत एक मनोरंजक ट्रेन अपहरण परिदृश्य से होती है, जहां गंजा सिर वाला शाहरुख जैसा दिखने वाला व्यक्ति अपहरणकर्ता की भूमिका निभाता है. उनकी एकमात्र मांग: 376 रेल यात्रियों की जान के बदले कृषि मंत्री से बातचीत. वह एक अत्यधिक वित्तीय मांग रखता है, जिसे सरकार के लिए मात्र पांच मिनट के भीतर पूरा करना असंभव प्रतीत होता है. लेकिन इस नियंत्रित मेट्रो ट्रेन में बंधकों के बीच काली नाम के एक शक्तिशाली व्यवसायी की बेटी भी है, जिसका किरदार विजय सेतुपति ने निभाया है. अपहर्ता का दिलचस्प तर्क इस बात पर जोर देता है कि अगर सरकार व्यवसायियों का कर्ज माफ कर सकती है, तो वह फंसे हुए रेल यात्रियों को बचाने में भी उनकी सहायता ले सकती है. जैसे-जैसे मनोरंजक कहानी सामने आती है, फिरौती की रकम अंततः 7 लाख किसानों के ऋण की माफी के रूप में सामने आती है. अपहरणकर्ता के साथ उसकी महिला सहयोगियों का समूह भी है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी रहस्यमय कहानियां हैं. ये भी पढ़ें- Jawan: सिनेमाघर के भीतर लगे Shah Rukh Khan जिंदाबाद के नारे, SRK के फैंस का उत्साह सातवें आसमान पर (Watch Video)
यह डाकू, जिसे कानून की नज़र में अपराधी करार दिया गया है, विरोधाभासी रूप से जनता के लिए एक नायक बन जाता है - एक प्रकार का आधुनिक रॉबिन हुड, जो आम लोगों की सहायता के लिए अमीरों को लूटता है. फिर भी, उसके उद्देश्यों की प्रामाणिकता पर सवाल उठते हैं. क्या कोई छिपा हुआ एजेंडा हो सकता है?
ट्रेन अपहरण को विफल करने का कार्य नयनतारा द्वारा चित्रित अधिकारी नर्मदा राय के नेतृत्व में एक विशेष बल पर आता है. अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने की इच्छा रखने वाली एक अकेली मां, नर्मदा का सामना आज़ाद से होता है, जिसका किरदार शाहरुख ने निभाया है, जो एक महिला जेल का पर्यवेक्षक है. हालाँकि, आज़ाद अपनी कहानी में रहस्यों का जाल छिपाते हैं. क्या आज़ाद और ट्रेन अपहरणकर्ता के बीच कोई संबंध है?
रहस्यमय अपहरणकर्ता ने व्यवसायी की बेटी के कान में अपना नाम फुसफुसाया, जिससे काली बुरी तरह हिल गई. इस नाम के पीछे की अनकही कहानी क्या है? और इसने काली को क्यों हिलाकर रख दिया? इसके अलावा, ट्रेलर में दीपिका पादुकोण की विशेष उपस्थिति का संकेत दिया गया है. इस जटिल कथा में उसकी क्या भूमिका है? फिल्म इन रहस्यों को पर्दे पर उजागर करती है.
फैंस में गजब का उत्साह
जयपुर, जम्मू, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में सिनेमाघरों के अंदर और बाहर के दृश्य सए और फिल्म के बड़े पोस्टर को फूल मालाओं से सजाया.